Rajasthan Political Crisis : तीन माह में 3 बार मुख्यमंत्री बनने की कोशिश कर चुके पायलट
तीन माह में तीन बार मुख्यमंत्री बनने की कोशिश कर चुके पायलट वॉट्सऐप कॉलिंग से संपर्क में रहे पायलट समर्थक।
जयपुर, राज्य ब्यूरो। राजस्थान में पौने दो साल पहले कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री बनने में नाकाम रहे सचिन पायलट पिछले तीन माह से सत्ता संभालने के जुगाड़ में जुटे हुए थे। इस जुगाड़ के तहत वे मार्च के पहले सप्ताह से ही अपने समर्थक विधायकों को एकजुट करने में जुटे थे।
पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह व खाघ एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा सहित डेढ़ दर्जन विधायकों को पायलट ने मार्च के पहले सप्ताह में ही कांग्रेस से अलग होने के संकेत दे दिए थे। इसके बाद राज्यसभा चुनाव के दौरान अपने समर्थक विधायकों के साथ जयपुर से दौसा होते हुए दिल्ली पहुंचे पायलट की भाजपा के केंद्रीय नेताओं के साथ बातचीत हो चुकी थी। लेकिन इसी बीच पायलट के खास माने जाने वाले परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने उन्हे ऐसा करने से रोका। इसके बाद पायलट खेमे ने यह रणनीति बनाई कि वे भाजपा में शामिल होने के बजाय तीसरा मोर्चा बनाकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। भाजपा उनकी सरकार को समर्थन करेगी।
मई माह में भी पायलट ने अपने समर्थकों के साथ चर्चा कर सीएम गहलोत द्वारा उन्हें नजरअंदाज करने और आलाकमान की ओर से इस पर कोई कदम नहीं उठाने पर नाराजगी जताते हुए कहा था कि अब बहुत हो चुका, वे ज्यादा अपमान नहीं सह सकते। कांग्रेस से अलग होकर नया राजनीतिक मोर्चा बनाने की रणनीति में जुटे पायलट को 10 जुलाई को उस समय अलग राजनीतिक कदम उठाने का मौका मिल गया,जब एसटीएफ ने उन्हे विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर नोटिस देकर बयान के लिए बुलाया। इसी मुद्दे को लेकर अपने चार समर्थक मंत्रियों सहित डेढ़ दर्जन विधायकों से चर्चा कर पायलट 11 जुलाई की रात दिल्ली पहुंच गए। उनके समर्थक विधायक भी एनसीआर में एकजुट हो गए। पायलट खेमे की रणनीति रमेश मीणा संभाल रहे हैं। पिछले तीन माह से वॉट्सऐप कॉलिंग के माध्यम से ही पायलट अपने समर्थकों के संपर्क में थे। गहलोत सरकार द्वारा टेलिफोन टेप किए जाने की बात सामने आने के बाद उनके समर्थक भी अब तक वॉट्सऐप से ही जुड़े हुए हैं।
खाचरियावास बोले,भाजपा के दलदल मेें फंस रहे हैं पायलट
कभी पायलट के विश्वस्त रहे राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने सोमवार को कहा कि पायलट भाजपा के दलदल में फंस रहे हैं। वे ऐसा नहीं करें। राजस्थान महाराणा प्रताप और पन्नाधाय की धरती है, मध्यप्र देश जैसा राज्य नहीं है। पायलट भाजपा के षडयंत्र में फंस रहे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश में पाप किया है। यहां भी अगर कोई ऐसा करता है तो उन लोगाों के साथ विश्वासघात होगा, जिन्होंने उन्हे चुना है।