Rajasthan: रेजीडेंट चिकित्सकों की 17 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
Rajasthan रेजीडेंट चिकित्सक संघ के जिला अध्यक्ष डाॅ गोवर्धन सैनी ने बताया कि रेजीडेंट चिकित्सक अपनी मूलभूत आवश्यकताओं को लेकर विगत एक माह से ज्ञापन व पत्र भेज कर सरकार से मांग कर रहे हैं लेकिन उनकी मांगों पर सरकार की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
अजमेर, संवाद सूत्र। Rajasthan: मांगों के समर्थन में रेजीडेंट डॉक्टर आगामी 17 मई से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने को तैयार हैं। ऐसा इस लिए है कि विगत एक माह से उनकी मांगों पर सरकार कान नहीं धर रही है। यही वजह है कि कोविड दौर में सख्त ड्यूटी देते हुए भी रेजीडेंट चिकित्सकों ने विगत दो दिनों से काली पट्टी बांध कर विरोध प्रदर्शन कर रखा है। अगले दिनों में प्रति दिन एक घंटे कार्य का बहिष्कार किया जाएगा। रेजीडेंट चिकित्सक संघ के जिला अध्यक्ष डाॅ गोवर्धन सैनी ने बताया कि रेजीडेंट चिकित्सक अपनी मूलभूत आवश्यकताओं को लेकर विगत एक माह से ज्ञापन व पत्र भेज कर सरकार से मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांगों पर सरकार की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
ये हैं रेजीडेंट डाक्टरों की मांगे
पीजी बैच 2018 के फाइनल एग्जाम तय समय पर मई के आखिरी सप्ताह में पूर्ण कराएं। जिससे रेजीडेंट का मानसिक, आर्थिक और एकेडमिक, वित्तीय नुकसान ना हो। उन्होंने बताया कि तीन साल के बाद की रेजडेंसी अवधि को वन टाइम एक्सम्टेशन मानते हुए सीनियर रेजीडेंसी में काउंट करने के आदेश सरकार जारी करे। आगामी यूपीएसी व आरपीएससी में असिस्टेंट प्रोफेसर एग्जाम की एलिजीबिलिटी में इस अवधि को काउंट किया जाए। इनसर्विस रेजीडेंट चिकित्सकों को उनके तीन वर्ष पूर्ण होने से पूर्व ही आभासी कार्यमुक्ति देकर बिना किसी ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन के मेडिकल काॅलेज में सीनियर रेजीडेंट के पद पर पदस्थापित किया जाए। उनके वेतन आहरण के स्पष्ट आदेश निकाले जाएं। उन्हें डिग्री के पश्चात मिलने वाली तीन अतिरिक्त वेतन वृद्धि का लाभ भी दिया जाए। कोविड में लगातार काम करने से रेजीडेंट में संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है, इसलिए कोविड ड्यूटी के बाद सात दिन की क्वारंटाइन लीव दी जाए। 2020 व 21 में सरकार द्वारा एकबारीय पांच हजार रुपये कोविड इंसेंटिव राशि देने की घोषणा की गई थी, जो आज तक नहीं मिली है इसे तुरंत जारी करे।