राम मंदिर निर्माण के लिए मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने जोधपुर में समर्पित किए 25 लाख

Rajasthan News केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की मौजूदगी में गंगा जमुनी तहजीब का एक बेहतरीन उदाहरण देखने को मिला जहां जोधपुर के मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने पच्चीस लाख रुपए की निधि राम मंदिर निर्माण में समर्पित किए।

By PRITI JHAEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 11:13 AM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 11:13 AM (IST)
राम मंदिर निर्माण के लिए मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने जोधपुर में समर्पित किए 25 लाख
मुस्लिम समाज के प्रतिनिधि जिनके द्वारा दी गयी समपर्ण राशि , व केन्द्रीय मंत्री शेखावत

जोधपुर, रंजन दवे। जोधपुर शहर में प्रभु श्री राम मंदिर निर्माण समर्पण निधि अभियान के तहत केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की मौजूदगी में गंगा जमुनी तहजीब का एक बेहतरीन उदाहरण देखने को मिला, जहां जोधपुर के मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने पच्चीस लाख रुपए की निधि राम मंदिर निर्माण में समर्पित किए। इस मौके पर जोधपुर के मुस्लिम समाज से जुड़े प्रतिनिधियों ने सूर्य नगरी से मंदिर निर्माण के लिए मुस्लिम समाज के द्वारा ढाई करोड रुपए जुटाने का लक्ष्य निर्धारित करने की भी घोषणा की है। वही कार्यक्रम में जोधपुर के सालेचा ट्रस्ट में भी 31 लाख रुपए की राशि राम मंदिर निर्माण के लिए दी है।

जोधपुर में भारतीय जनता पार्टी संगठन की ओर से मंदिर निर्माण समर्पण निधि अभियान के तहत कार्यक्रम में जोधपुर के अल्पसंख्यक समुदाय ने अपनी भूमिका निभाते हुए मिसाल पेश की है। जोधपुर निवासी जैफू खान सिन्धी ने 5 लाख ,मोइनुद्दीन नसरानी ने 5लाख, जमील खान कोहिनूर सिनेमा, इकबाल खान सौदागर चाद भाई ,नईम सिलावट, रशीद अब्बासी ,अब्दुल करीम रफीक लोहार ,सिराज लोहार, अब्दुल करीम आसिफ अंसारी महबूब नसरानी मुस्लिम समुदाय की तरफ से कुल मिलाकर पच्चीस लाख रूपये राममंदिर निर्माण के लिए अयोध्या पेटे के लिए दिये गए है।

इस मौके पर स्थानीय सांसद और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि अयोध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण में हर भारतीय का योगदान हो। कोई भी इस पुनीत कार्य में पीछे नहीं रहे, क्योंकि यह अवसर जीवन में पहली और आखिरी बार आएगा। भारतीय जनता पार्टी की बैठक में शेखावत ने कहा कि सनातन संस्कृति के आधार बिंदु प्रभु श्रीराम का मंदिर जन्म स्थान पर बने, इस आकांक्षा के साथ लाखों-लाख लोगों ने बलिदान दिया।

उन्होंने अपनी जवानी और जीवन, दोनों समर्पित किए। ये विषय साधारण मानवीय के मन-मस्तिष्क में बना रहे और जिंदा रहे, इस दृष्टिकोण से अनेक लोगों ने परिश्रम किया। उसी का परिणाम है, जो आज यह शुभ घड़ी और शुभ दिन आया है। उन्होंने कहा कि भारत भूमि पर जन्मे किसी भी समुदाय या संप्रदाय के लोगों को स्वतः प्रेरणा से राममंदिर के लिए सहयोग करना चाहिए, ऐसा मेरा विश्वास है।

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