Rajasthan: रिश्वत के मामले में कनिष्ठ लेखाकार व उसके साथी की रिमांड अवधि बढ़ी

Rajasthan भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा गिरफ्तार आयोग के कनिष्ठ लेखाकार सज्जन सिंह व सहयोगी नरेन्द्र पोसवाल को बुधवार एसीबी की अदालत में पेश किया गया। यहां दोनों को न्यायालय ने 16 जुलाई तक एसीबी के अभिरक्षा में वापस सौंप दिया।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Wed, 14 Jul 2021 06:05 PM (IST) Updated:Wed, 14 Jul 2021 06:05 PM (IST)
Rajasthan: रिश्वत के मामले में कनिष्ठ लेखाकार व उसके साथी की रिमांड अवधि बढ़ी
रिश्वत के मामले में कनिष्ठ लेखाकार व उसके साथी की रिमांड अवधि बढ़ी। फाइल फोटो

अजमेर, संवाद सूत्र। आरएएस 2018 के साक्षात्कार से जुड़े मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा गिरफ्तार आयोग के कनिष्ठ लेखाकार सज्जन सिंह व सहयोगी नरेन्द्र पोसवाल को बुधवार एसीबी की अदालत में पेश किया गया। यहां दोनों को न्यायालय ने 16 जुलाई तक एसीबी के अभिरक्षा में वापस सौंप दिया। एसीबी के अधिकारियों ने अदालत को कहा कि आरोपितों से घूसखोरी के मामले में ही आगे के लोगों के बारे में पूछताछ करनी है। एसीबी ने इस मामले में आयोग की सदस्य राजकुमारी गुर्जर और उनके पति सेवानिवृत आईपीएस भैंरू सिंह के नाम सामने आने पर उनसे भी पूछताछ किए जाने की संभावना से इनकार नहीं किया है। आयोग की सदस्य राजकुमारी गुर्जर का नाम आने के बाद से ही आयोग में चल रही आरएएस साक्षात्कार प्रक्रिया में राजकुमारी गुर्जर नदारद रहने लगी थी।

इसी को लेकर समूचे शिक्षा व राजनीतिक जगत में इस बात को लेकर चर्चा बनी हुई है कि राजकुमारी गुर्जर एसीबी की जांच के दायरे में आ रही हैं या नहीं। किंतु अब एसीबी ने राजकुमारी गुर्जर के पति भैंरू सिंह को जांच के दायरे में लेने के संकेत दिए हैं। आयोग के अध्यक्ष भूपेंद्र यादव ने तमाम विरोधाभासों के बीच देर रात आरएएस के एक हजार 51 पदों के लिए इंटरव्यू की प्रक्रिया पूरी करवा कर परिणाम भी जारी कर दिया। गौरतलब है कि इससे पहले भी प्रदेश में रिश्वत के मामलों में कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

इधर, राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित आरएएस 2018 के अभ्यर्थियों के साक्षात्कार का परिणाम देर रात जारी कर दिया गया है। आरपीएससी ने साक्षात्कार के तुरन्त बाद परिणाम जारी करने की परम्परा बनाए रखी है। परिणाम जारी होने को लेकर सभी संशय मिट गए है। आयोग के अध्यक्ष भूपेन्द्र यादव पूर्व में कह चुके हैं कि आयोग की ओर से आयोजित साक्षात्कार पर एसीबी की ट्रेप कार्रवाई का कोई असर नहीं होगा।

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