Rajasthan: राजसमंद जिले में अपने हिस्से की जमीन बेचने से रोका तो छोटे ने करा दी बड़े भाई की हत्या
राजसमंद में अपने हिस्से की जमीन बेचने से रोका तो छोटे ने करा दी बड़े भाई की हत्या दो लाख में दे दी थी हत्या की सुपारी छह गिरफ्तार कुएं में उतराते शव को लेकर चौकाने वाली जानकारी सामने आई है। पुलिस जांच में पता चला कि उसकी हत्या की गई।
उदयपुर, संवाद सूत्र। राजसमंद जिले के परमारों की भागल बड़गांव में तीन दिन पहले कुएं में उतराते शव को लेकर चौकाने वाली जानकारी सामने आई है। पुलिस की जांच में पता चला कि उसकी हत्या की गई और उसके छोटे भाई ने सुपारी देकर उसकी हत्या कराई। इस मामले में पुलिस ने छोटे भाई, उसकी पत्नी सहित छह जनों को गिरफ्तार किया है।
मिली जानकारी के अनुसार तीन दिन पहले परमारों की भागल बड़गांव के एक खेत के कुएं में उदयलाल भील का शव उतराता मिला। पुलिस पहले इसे सामान्य घटना मानकर चल रही थी लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि मौत से पहले उसके साथ मारपीट की गई थी तथा उसके सिर तथा चेहरे पर चोट के निशान मिले थे। जिस पर पुलिस को उसकी हत्या की आशंका हुई और इसी नजरिए से जांच में जुटी हुई थी। इस बीच पुलिस को पता चला कि मृतक उदयलाल का छोटा भाई हीरासिंह बैंक के कर्ज के चुकारे के लिए पैतृक भूमि में से अपने हिस्से को बेचना चाह रहा था लेकिन बड़ा भाई उदयलाल इसके लिए तैयार नहीं हुआ। जिस पर उसने अपनी पत्नी और उसके परिचितों के साथ मिलकर अपने बड़े भाई की हत्या की साजिश रची और दो लाख में सुपारी दे दी।
थानाधिकारी शैतानसिंह ने बताया कि उदयलाल की हत्या के मामले में परमाराें की नीचली भागल बड़गांव केलवाड़ा निवासी उसके छोटे भाई हीरासिंह पुत्र मोतीसिंह, उसकी पत्नी नाथीबाई, रुपी टांकड़ी बड़गांव निवासी किशनलाल पुत्र कुराजी भील, मेफावताें का वास समीचा निवासी प्रेमसिंह पुत्र मदनसिंह, बड़गांव निवासी भैरूलाल पुत्र पेमाराम भील और नाथा की बस्ती बड़गांव निवासी नारुलाल पुत्र लालराम भील काे गिरफ्तार कर लिया।
पता चला कि मोतीसिंह एवं नाथीबाई ने नारू भील को उदयलाल की हत्या के लिए दो लाख रुपए की सुपारी दी थी लेकिन नारू ने इस काम में अपने दोस्त किशनलाल, प्रेमसिंह व भैरूलाल को भी शामिल कर लिया था। हत्या से पहले सभी आरोपियों ने उदयलाल के साथ शराब पी तथा नशा गहराने पर नारू ने उदयलाल पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। जबकि उसके सहयोगी किशनलाल, प्रेमसिंह तथा भैरूलाल ने उदयलाल पर लाठी से हमला किया। उसके अचेत होने पर वह उसे घसीटकर ले गए तथा कुएं में फैंक गए। घटना के समय उदयलाल जिंदा था। बताया गया कि उदयलाल और उसके भाई के पास तीस बीघा पैतृक कृषि भूमि थी, जिसमें से पंद्रह बीघा भूमि छोटा भाई हीरालाल बेचना चाह रहा था। जबकि उदयलाल उसे बेचने नहीं दे रहा। इस बात को लेकर पिछले छह महीने में कई बार उनके बीच कहासुनी हुई और एक-दूसरे के खिलाफ मामले भी दर्ज कराए थे।