Rajasthan Politics: राजस्थान के मंत्री पंजाब और गुजरात में व्यस्त, गहलोत सरकार का कामकाज प्रभावित

Rajasthan कांग्रेस की ओर से जिम्मेदारी दिए जाने से राजस्थान के चार मंत्रियों की व्यस्तता बढ़ी है जिसका असर उनके विभागों के कामकाज पर पड़ रहा है। हरीश चौधरी पिछले दो माह में अपने दफ्तर में मात्र तीन दिन गए और जयपुर में मजह 10 दिन ही रहे।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 06:16 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 06:16 PM (IST)
Rajasthan Politics: राजस्थान के मंत्री पंजाब और गुजरात में व्यस्त, गहलोत सरकार का कामकाज प्रभावित
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत। फाइल फोटो

नई दिल्ली, जागरण टीम। कांग्रेस आलाकमान ने राजस्थान सरकार के चार मंत्रियों को अलग-अलग राज्यों में पार्टी की जिम्मेदारी सौंपी है, जिससे गहलोत सरकार का कामकाज प्रभावित हो रहा है। गौरतलब है कि राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को पंजाब और स्वास्थ्य मंत्री डा. रघु शर्मा को गुजरात का पार्टी प्रभारी बनाया गया है। वहीं, दो दिन पहले मोटर गैराज राज्यमंत्री राजेंद्र यादव व गृहरक्षा राज्यमंत्री भजनलाल जाटव को उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में एक-एक सीट की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पार्टी की ओर से जिम्मेदारी दिए जाने से मंत्रियों की व्यस्तता बढ़ी है, जिसका असर उनके विभागों के कामकाज पर पड़ रहा है। आलम यह है कि हरीश चौधरी पिछले दो माह में अपने दफ्तर में मात्र तीन दिन गए और सूबे की राजधानी जयपुर में मजह 10 दिन ही रहे।

राजस्थान में तेजी से फैल रही हैं मौसमी बीमारियां

उन्होंने पिछले ढाई माह से अपने आवास पर जनसुनवाई नहीं की। यह तब है, जब सरकार द्वारा चलाए जा रहे 'प्रशासन गांवों के संग' अभियान की नोडल एजेंसी उनका राजस्व विभाग ही है। उधर, राज्य में इन दिनों डेंगू व मलेरिया सहित कई मौसमी बीमारियां तेजी से फैल रही हैं, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री डा. शर्मा अपने विभाग से ज्यादा ध्यान गुजरात में दे रहे हैं। उन्हें करीब एक पखवाड़े पहले गुजरात का प्रभारी बनाया गया था, जिसके बाद वह तीन दिन वहां रह कर आए हैं। गुजरात मामलों की बैठक में शामिल होने के लिए दो दिन दिल्ली में रहे हैं। इस बीच, डा. शर्मा मात्र दो दिन अपने दफ्तर में गए। हालांकि, डा. शर्मा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जरूर अधिकारियों के संपर्क में रहे।

फाइलों का लग रहा अंबार

हरीश चौधरी के पंजाब और डा. शर्मा के गुजरात की राजनीति में व्यस्तता के चलते उनके विभागों में फाइलों का अंबार लगा रहा है। राजस्व विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चौधरी ने तो पिछले दो माह से फाइलों का निस्तारण ही नहीं किया है। प्रमुख सचिव और विभागाध्यक्षों की तरफ से उनके पास भेजी गई फाइलें लौटकर ही नहीं आ रही हैं। चौधरी कैबिनेट सब कमेटियों की बैठक में भी शामिल नहीं हो रहे हैं। डा. शर्मा यात्रा के दौरान फाइल अपने साथ अवश्य ले जाते हैं, लेकिन जिन फाइलों पर अधिकारियों के साथ चर्चा होनी है, वह अटक रही हैं। जाटव और यादव की नियुक्ति को अभी ज्यादा समय नहीं हुआ है, इसलिए कामकाज पर असर का आकलन नहीं हो सका है।

हरीश चौधरी छोड़ेंगे मंत्री पद

हरीश चौधरी ने 'एक व्यक्ति, एक पद' सिद्धांत का पालन करते हुए मंत्रीपद छोड़ने की बात कही है। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समक्ष पद छोड़ने की पेशकश भी की है। वहीं, डा. शर्मा का कहना है कि पार्टी आलाकमान जो आदेश देगा, वह स्वीकार करेंगे।

पंजाब में पार्टी ही कराती है हरीश चौधरी के लिए व्यवस्थाएं

हरीश चौधरी पंजाब में कांग्रेस के प्रभारी भले ही अब बनाए गए हों, लेकिन वह एक माह से भी अधिक समय से वहां सक्रिय हैं। पिछले दिनों पंजाब कांग्रेस में चल रहे कलह के दौर में उन्हें पार्टी ने आब्जर्वर बनाकर भेजा था। पिछले दिनों जब वह पंजाब गए तो उन्हें कोई प्रोटोकाल नहीं मिला। मसलन, न तो वह स्टेट गेस्ट के तौर पर वहां रुके और न ही उन्हें कोई सुरक्षा या पंजाब सरकार की ओर से कोई सुविधा मिली। वह पंजाब भवन में रुके। वहां का किराया और खाने का खर्च पंजाब सरकार के बजाय पंजाब कांग्रेस ने उठाया। वह हवाई जहाज से गए और चंडीगढ़ में पंजाब कांग्रेस ने उनके लिए वाहन मुहैया करवाया। पार्टी पदाधिकारियों और अन्य लोगों ने उन्होंने पंजाब भवन में मुलाकात की।

गुजरात सरकार की सुविधाओं का रघु शर्मा नहीं करते हैं उपयोग

रघु शर्मा ने गुजरात में प्रवास के दौरान सरकारी सुविधाओं का उपयोग नहीं किया। वह प्रभारी बनाए जाने के बाद एक बार गए तो आवास व वाहन सुविधा गुजरात कांग्रेस की ओर से उपलब्ध कराई गई। सुरक्षा के लिए गुजरात पुलिस के जवान जरूर तैनात किए। हालांकि, पिछले दिनों उनकी गुजरात यात्रा के दौरान उनके रहने के लिए शाहीबाग स्थित गुजरात सरकार के अतिथि ग्रह एनेक्सी में कमरे बुक कराए गए थे, लेकिन वह वहां पर ठहरे नहीं। दो दिन वह किसी के निजी आवास पर ही रुके। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जब पार्टी की ओर से गुजरात के प्रभारी थे तब वह एनेक्सी में ही रुकते थे।

(इनपुट: राजस्थान से नरेन्द्र शर्मा, गुजरात से शत्रुघ्न शर्मा व पंजाब से कैलाश नाथ ने उपलब्ध कराया है।)

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