Corona: राजस्थान में 76.2 फीसदी लोगों की बनी एंटीबॉडी, देश में दूसरे नंबर पर है राजस्थान

कोरोना वायरस की तीसरी लहर आने की आशंका को देखते हुए राज्य सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है । भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद द्वारा पिछले माह में करवाए गए सर्वे की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि राज्य में लोगों की एंटीबॉडी बनने का काम तेजी पर है ।

By Priti JhaEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 01:37 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 01:37 PM (IST)
Corona: राजस्थान में 76.2 फीसदी लोगों की बनी एंटीबॉडी, देश में दूसरे नंबर पर है राजस्थान
राजस्थान के 76.2 फीसदी लोगों में कोरोना वायरस की एंटीबॉडी बन चुकी है।

जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान के 76.2 फीसदी लोगों में कोरोना वायरस की एंटीबॉडी बन चुकी है। अगले दो से तीन माह में कोरोना वायरस की तीसरी लहर आने की आशंका को देखते हुए राज्य सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है । भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा पिछले माह में करवाए गए सर्वे की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि राज्य में लोगों की एंटीबॉडी बनने का काम तेजी पर है ।

कोरोना की पहली लहर के बाद लोगों ने वैक्सीन लगवाने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं ली थी । लेकिन दूसरी लहर के बाद वैक्सीन लगवाने को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ी है।

तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए तैयारी तेज

चिकित्सा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार आईसीएमआर ने जून और 20 जुलाई तक राज्य के अलग-अलग शहरों में लोगों के रेंण्डम सैंपल लिए। इन सैंपल की जांच में अधिकांश लोगों के एंटीबॉडी मिली है। आंकड़ों के अनुसार देशभर में सबसे ज्यादा 79 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी राजस्थान में है। इसके बाद दूसरे नंबर पर राजस्थान है,यहां 76.2 फीसदी लोगों के एंटीबॉडी होने की बात सर्वे में सामने आई है ।सबसे कम 44 फीसदी एंटीबॉडी केरल में है।

राज्य के चिकित्सा मंत्री डॉ.रघु शर्मा का कहना है कि सर्वे में ब्लड टेस्ट के जरिए देखा जाता है कि कितने लोगों में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी बनी है। सर्वे में पता चलता है कि कितने लोग कोरोना इंफेक्शन की चपेट में आ चुके हैं। इसे सीरो प्रिवेलेंस भी कहा जाता है। राज्य मे कोरोना की पहली लहर में 2 लाख 27 हजार 371 पॉजिटिव केस मिले थे।

वहीं दूसरी लहर में संक्रमितों की संख्या 6 लाख 17 हजार से ज्यादा तक पहुंच गई। डेल्टा वेरिएंट के भी दो केस राज्य में मिल चुके हैं। शर्मा का कहना है कि अधिकांश लोगों में एंटीबॉडी बनने के बावजूद संक्रमण का खतरा बरकरार है।तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है।

शर्मा ने बताया कि मध्यप्रदेश में 79,राजस्थान 76.2,बिहार में 75.9,गुजरात में 75.3,छत्तीसगढ़ मं 74.6,उत्तराखंड में 73.1,उत्तरप्रदेश में 71 और आंध्रप्रदेश में 70.2 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी मिली है । शेष राज्यों में 70 फीसदी से कम लोगों में एंटीबॉडी बनने की जानकारी सर्वे में शामिल आई है । 

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