Rajasthan: भंवरी देवी हत्याकांड के आरोपी और अशोक गहलोत के धुर विरोधी पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा का निधन

महिपाल मदेरणा का सुबह जोधपुर में निधन हो गया। राजस्थान के जोधपुर में पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा 69 साल के थे और कुछ समय से कैंसर से पीड़ित थे।जल संसाधन मंत्री रहने के दौरान भंवरी देवी अपहरण और हत्या के मामले में उनको मंत्री पद से हटा दिया गया था।

By Priti JhaEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 11:03 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 11:39 AM (IST)
Rajasthan: भंवरी देवी हत्याकांड के आरोपी और अशोक गहलोत के धुर विरोधी पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा का निधन
राजस्थान के जोधपुर में पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणाका निधन

जोधपुर, जागरण संवाददाता। कांग्रेस के कद्दावर नेता और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के धुर विरोधी रहे महिपाल मदेरणा का रविवार सुबह जोधपुर में निधन हो गया। वे 69 साल के थे और कुछ समय से कैंसर से पीड़ित थे। जोधपुर जिले की भंवरी देवी के अपहरण और हत्या के मामले में उनको मंत्री पद से हटा दिया गया था। मदेरणा के शव को सुबह 10:00 बजे उनके पैतृक गांव चाडी ले जाया जाएगा। जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

राजस्थान की राजनीति में कांग्रेस के मजबूत नेता रहे और किसानों के मसीहा के नाम से पहचाने जाने वाले महिपाल मदेरणा का रविवार तड़के निधन हो गया। वह 69 साल के थे, और पिछले कुछ समय से कैंसर से पीड़ित है। मदेरणा का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव चाडी में किया जाएगा। महिपाल मदेरणा गहलोत सरकार में जल संसाधन मंत्री भी रहे थे लेकिन भंवरी देवी अपहरण और हत्या मामले में उनका नाम आने के बाद उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था जिसके बाद सीबीआई मैं मामले में उन्हें मुख्य आरोपी बताकर गिरफ्तार किया था तब से लेकर लंबे अरसे तक वे जेल में रहे जहां उनके स्वास्थ्य में लगातार गिरावट दर्ज की गई।

मालूम हो कि पिछले 10 साल से अधिक समय तक जेल में रहने के बाद हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के तहत उन्हें जमानत मिली थी जिसके बाद वह अपनी पत्नी लीला मदेरणा के जोधपुर जिला प्रमुख पद पर काबिज होने के बाद पहली बार सार्वजनिक समारोह में शामिल होने अपने पैतृक गांव चाडी और ओसियां विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे थे जहां किसान नेता को अपने बीच पाकर ग्रामीणों ने उनका बहुत जोरदार स्वागत किया था। महिपाल मदेरणा की पुत्री दिव्या मदेरणा वर्तमान में ओसिया से विधायक भी हैं।

राजस्थान की राजनीति में रहा है वर्चस्व

महिपाल मदेरणा राजस्थान के दिग्गज नेता रहे परसराम मदेरणा के पुत्र थे जिनका पूरे परिवार का राजस्थान की राजनीति में हमेशा से ही वर्चस्व रहा है। बता दें कि पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा ने अपनी पढ़ाई जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय से प्राप्त की थी, उन्होंने बीए एलएलबी तक पढ़ाई की।जाट नेता के साथ-साथ किसानों के मसीहा के रूप में पहचाने जाने वाले महिपाल मदेरणा दो बार विधायक भी रहे और एक बार जल संसाधन मंत्री भी रहे। राजनीतिक वर्चस्व का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की 19 वर्षों तक जोधपुर के जिला प्रमुख पद पर रहने वाले व्यक्ति हैं।

वर्तमान में महिपाल मदेरणा की पत्नी लीला मदेरणा जोधपुर की जिला प्रमुख हैं। मदेरणा के निधन की खबर से उनके समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई सोशल मीडिया पर लोग अपने चहेते नेता के साथ फोटो शेयर कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। मदेरणा का जन्म 5 मार्च 1952 को हुआ था और 17 अक्टूबर 2021 को उन्होंने अंतिम सांस ली। मदेरणा के निधन से कॉन्ग्रेस की राजनीति में अपनी धुर पहचान बनाने वाले दिग्गज नेता का निधन से अपूरणीय क्षति हुई है। मालूम हो कि मदेरणा की मौत के बाद सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर अपनी संवेदना प्रकट की है।

भंवरी देवी मामले में बदली थी सियासत

जोधपुर मैं हुए बहुचर्चित भंवरी देवी अपहरण का हत्याकांड मामले में तत्कालीन जल संसाधन मंत्री रहे महिपाल मदेरणा के नाम आने के बाद ही सियासी समीकरण में बदलाव आया था। मामले के उजागर होने के बाद हुए विधानसभा चुनाव में मदेरणा परिवार को मुंह की खानी पड़ी और उनकी पुत्री दिव्या चुनाव हार गई लेकिन विगत चुनाव में कांग्रेस में फिर ओसिया विधानसभा से उनकी पुत्री दिव्या को टिकट दिया जो कि वर्तमान में विधायक है। भंवरी देवी से जुड़े मामले में मुख्य आरोपी के रूप में सीबीआई के द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद मदेरणा लंबे अरसे तक जेल में रहे जिस कारण लगातार उनके स्वास्थ्य में गिरावट देखी गई और बाद में कैंसर की पुष्टि होने के साथ वे उपचार के लिए जमानत पर बाहर भी आए हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद मामले से जुड़े सभी आरोपियों की जमानत हुई।

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