REET Exam: राजस्थान के शिक्षा मंत्री बोले, रीट परीक्षा में ब्लू टूथ से नकल के मामले पहले भी सामने आए

REET Exam गोविंद सिंह डोटासरा का कहना है कि रीट परीक्षा में ब्लू टूथ के जरिए नकल के प्रयास के मामले पहली बार नहीं पहले भी सामने आए हैं। ऐसे मामलों में पहले कभी सीबीआइ जांच हुई जो अब करानी जरूरत है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 07:41 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 07:41 PM (IST)
REET Exam: राजस्थान के शिक्षा मंत्री बोले, रीट परीक्षा में ब्लू टूथ से नकल के मामले पहले भी सामने आए
राजस्थान के शिक्षा मंत्री व कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा। फाइल फोटो

उदयपुर, संवाद सूत्र। राजस्थान के शिक्षा मंत्री व कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का कहना है कि राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट परीक्षा) में ब्लू टूथ के जरिए नकल के प्रयास के मामले पहली बार नहीं, पहले भी सामने आए हैं। ऐसे मामलों में पहले कभी सीबीआइ जांच हुई, जो अब करानी जरूरत है। यह सब पहले भी चलता रहा है और इस बार भी ऐसे गिरोह को पकड़ने में पुलिस कामयाब रही। इस मामले में जिस गिरोह का हाथ सामने आया, उसमें गिरफ्तारियां भी हुईं और जांच जारी है। ऐसे में सीबीआइ जांच की जरूरत कहां है। यदि जरूरत महसूस हुई तो सीबीआइ जांच की सिफारिश की जाएगी। डोटासरा सोमवार को उदयपुर के वल्लभनगर में विधानसभा के उपचुनाव के दौरान चुनाव प्रचार के लिए जाने से पहले डबोक स्थित महाराणा हवाई अड्डे पर मीडिया से बातचीत कर रहे थे।

कहा-भाजपा सरकार में भी सामने आए थे मामले

उन्होंने कहा कि साल 2017 में जब राजस्थान में भाजपा की सरकार थी, तब भी इसी तरह के मामले सामने आए। तब परीक्षार्थियों ने 17 दिन तक धरना दिया, लेकिन तत्कालीन भाजपा सरकार ने किसी भी एजेंसी से उसकी जांच नहीं कराई। तब भी ब्लू टूथ के जरिए नकल के मामले सामने आए। इस बार भी ऐसी कोशिश की गई और राजस्थान पुलिस इसकी जांच कर रही है। जिस गिरोह की लिप्तता सामने आई, उससे जुड़े लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है और जांच जारी है। भाजपा की मांग सीबीआइ जांच की है तो हमें लगेगा कि इस मामले की जांच सीबीआइ से कराई जाए तो उसकी सिफारिश की जाएगी। हालांकि हमें नहीं लगता कि यह मामला सीबीआइ से जांच कराने का है।

केंद्र सरकार पर साधा निशाना

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा तथा केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्तर साल में जिन इकाइयों को भारत की जनता के लिए समर्पित किया, उन्हें बेचने का काम केंद्र सरकार कर रही है। किसानों की सुनवाई नहीं हो रही और महंगाई पर लगाम लगाने के प्रयास तक नहीं किए जा रहे। किसी तरह भाजपा सरकार में बनी रहे, ऐसे काम किए जा रहे हैं। वह शहीदों और सेना के शौर्य पर रोटियां सेंकने का काम कर रहे हैं।

जितना बोलने को संघ कहे, उतना ही सतीश पूनिया बोलते

डोटासरा ने भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष डा. सतीश पूनिया पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जितना संघ उन्हें बोलने की अनुमति देता है, उतना ही मुंह पूनिया खोलते हैं। गहलोत सरकार ने राज्य में किसानों का अठारह हजार करोड़ रुपये का कर्जा माफ कर दिया, यह पूनिया को नहीं दिखाई देता। ना ही उन्हें वह किसान दिखाई देते, जो पिछले दस महीनों से सड़क पर बैठे हैं। राज्य सरकार नौकरियां देने का काम कर रही है तो उनका पेट दुख रहा है। केंद्र के वादे को वह याद नहीं करते, जिन्होंने हर साल दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था। वह तो उन्हीं संसाधनों को बेचने में जुटे हैं, जिनमें सरकारी नौकरियां सुलभ होती हैं।  

chat bot
आपका साथी