Rajasthan CoronaVirus Effect : राजस्थान में ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार, सप्लाई रुकने से दो की मौत

अब सब्जी दूध और किराना वालों को लगाई जाएगी वैक्सीन। सिलेंडर बदलते समय कुछ देर के लिए ऑक्सीजन का प्रेशर डाउन हो जाता है। जोधपुर में अलवर से 16 टन लिक्विड ऑक्सीजन ग्रीन कॉरिडोर बनाकर भेजी। कुछ शर्तों के साथ आंशिक लॉकडाउन डोज चोरी होने के साथ खराब भी हुई।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 05:35 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 05:35 PM (IST)
Rajasthan CoronaVirus Effect : राजस्थान में ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार, सप्लाई रुकने से दो की मौत
प्रदेश में करीब 6 फीसदी वेस्टेज हो रहा है। इसे रोकने के लिए जीवन रक्षक टीकाकरण अभियान की व्यवस्था की।

 जागरण संवाददाता, जयपुर : राजस्थान में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ ही ऑक्सीजन की मांग बढ़ी है। जयपुर के सबसे बड़े आरयूएचएस अस्पताल में अबतक 1400 मरीज भर्ती हो चुके हैं, जबकि इसकी क्षमता 1200 ही है। इनमें से 600 मरीज ऑक्सीजन पर बताए जाते हैं। प्रदेश के कोटा में ऑक्सीजन सप्लाई रूकने से दो कोरोना पीड़ितों की मौत हो गई। सोमवार रात डेढ़ बजे ऑक्सीजन की सप्लाई रूकी, जिसे मंगलवार तड़के शुरू किया गया। कोटा मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पताल में 400 ऑक्सीजन की बेड क्षमता है, लेकिन यहां भर्ती मरीजों की संख्या 520 है। यहां 20 से 25 मिनट के बीच ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म हो रहा है। यहां मृतक महिला के पति विमल ने बताया कि उनकी पत्नी एक सप्ताह पहले भर्ती हुई थी। 

सिलेंडर बदलते समय कुछ देर के लिए ऑक्सीजन का प्रेशर डाउन हो जाता है

सांस लेने में परेशानी होने पर ऑक्सीजन सपोर्ट पर थी। एक दिन पहले देर रात ऑक्सीजन की सप्लाई बंद हो गई। वार्ड में मरीज चिल्लाने लगे। डॉक्टरों ने परिजनों से कहा कि सप्लााई कुछ देर बाद शुरू होगी, जबतक पंपिंग करो। तड़के करीब साढ़े तीन ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू हुई जबतक दो मरीजों की मौत हुई। इनमें एक विमल की पत्नी शिप्रा और दूसरा पुरूष मरीज बताया गया है। इस मामले में अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट के प्रभारी डॉ.सीएल खेडिया ने कहा कि सप्लाई रूकी नहीं थी। सिलेंडर बदलते समय कुछ देर के लिए ऑक्सीजन का प्रेशर डाउन हो जाता है, इस कारण कुछ समय के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन मरीज को नहीं मिल पाता। 

जोधपुर में अलवर से 16 टन लिक्विड ऑक्सीजन ग्रीन कॉरिडोर बनाकर भेजी गई

बांसवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल में ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार मचा है। अस्पताल में पर्याप्त सिलेंडर न मिलने पर भर्ती मरीजों के परिजन खुद प्रबंध करने में जुटे हैं। एक मरीज के भाई हिम्मत सिंह ने बताया कि 15-15 हजार रुपए देने को तैयार हैं। यहीं भर्ती एक महिला के पुत्र फारूख ने बताया कि ऑक्सीजन न मिलने से कई बार हालात गंभीर हो जाते हैं। सिलेंडर खत्म हो जाते हैं तो पंपिंग करनी पड़ती है। उधर जोधपुर में अलवर से 16 टन लिक्विड ऑक्सीजन ग्रीन कॉरिडोर बनाकर भेजी गई। अलवर से जोधपुर माल ले जाने में  20 घंटे का समय लगता है, लेकिन ग्रीन कॉरिडोर बनाने से 11 घंटे में पहुंच गया।

कुछ शर्तों के साथ आंशिक लॉकडाउन, डोज चोरी होने के साथ ही खराब भी हुई

अशोक गहलोत सरकार ने प्रदेश में कुछ शर्तों के साथ आंशिक लॉकडाउन लगा रखा है। किराना, सब्जी, दूध और मेडिकल दवा बेचने वालों को छूट दे रखी है। अब सरकार ने इन्हें कोरोना वैक्सीन लगाए जाने का निर्णय लिया है। सरकार ने तय किया है कि जिन सब्जी-फल, दूध, मेडिकल व किराना दुकानदारों की उम्र 45 वर्ष है, उन्हें पहले टीका लगाया जाएगा। बाद में कम उम्र वाले दुकानदारों को भी टीका लगाया जाएगा। स्वास्थ्य सचिव सिद्धार्थ महाजन ने इस संबंध में सभी जिला कलेक्टर्स एवं जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। पुलिस, जलदाय, बिजली, स्थानीय निकाय के सभी कार्मिकों को वैक्सीन लगाई जाएगी। 

जीवन रक्षक टीकाकरण अभियान चलाकर वैक्सीन लगाने की व्यवस्था की गई 

महाजन का दावा है कि प्रदेश में अबतक करीब 1 करोड़ 14 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। उधर एक तरफ राज्य सरकार वैक्सीन के मामले में केंद्र सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रही वहीं दूसरी तरफ यहीं के अधिकारियों व चिकित्सकों की लापरवाही सामने आ रही है। पहले जयपुर के कावंटिया अस्पताल में 320 डोज वैक्सीन चोरी हो गई। वहीं अब साढ़े 7 लाख डोज खराब होने की बात सामने आई है। महाजन का कहना है कि प्रदेश में करीब 6 फीसदी वेस्टेज हो रहा है। इसे रोकने के लिए जीवन रक्षक टीकाकरण अभियान चलाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाने की व्यवस्था की गई है। धूप में या तय तापमान में न रखने और वॉयल खोल लेने के 4 घंटे के अंदर इस्तेमाल नहीं होने के कारण डोज खराब होता है।

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