Rajasthan: अशोक गहलोत बोले, केंद्र ने खराब वेंटिलेटर्स भेजे; ये लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़
Rajasthan अशोक गहलोत ने कहा कि पीएम केयर्स फंड से मिले वेंटिलेटर्स खराब हैं सही तरीके काम नहीं कर पा रहे। केंद्र सरकार के इंजीनियर्स की टीम भी उन्हें ठीक नहीं कर पा रही है। ऐसे हालात में विपक्ष बिना किसी तथ्य के अनर्गल बयानबाजी कर रहा है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajasthan: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पीएम केयर्स फंड से मिले वेंटिलेटर्स खराब हैं, सही तरीके काम नहीं कर पा रहे। केंद्र सरकार के इंजीनियर्स की टीम भी उन्हें ठीक नहीं कर पा रही है। ऐसे हालात में विपक्ष बिना किसी तथ्य के अनर्गल बयानबाजी कर रहा है। सोमवार को कांग्रेस की वर्चुअल बैठक में गहलोत ने कहा कि ये वेंटिलेटर्स लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने के समान हैं। खराब वेंटिलेटर्स सप्लाई करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने सांसद कोष खत्म कर दिया, जबकि राज्य सरकार ने विधायक कोष में पांच करोड़ दिए हैं। विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्रों में इस फंड से चिकित्सा व्यवस्था में मदद कर रहे हैं। अगर सांसद फंड जारी रहता तो सांसद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पैसा खर्च कर सकते थे।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को देश में वैक्सीनेशन के लिए एक रोडमैप तैयार करना चाहिए। किस राज्य को कितनी वैक्सीन उपलब्ध कराई गई, यह जानकारी सार्वजनिक होनी चाहिए। केंद्र सरकार ग्लोबल टेंडर निकालकर राज्यों को वैक्सीन सप्लाई करे, चाहे इसका पैसा राज्यों से ले लिया जाए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सकारात्मक सुझाव भी मानने से परहेज करती है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के कई जिलों के सरकारी अस्पतालों में पीएम केयर्स फंड से मिले वेंटिलेटर्स का उपयोग नहीं होने या एक-दो जगह निजी अस्पतालों को देने की बात सामने आई थी। इसके बाद राज्य सरकार ने इन वेंटिलेटर्स को खराब बताया था। रविवार को भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह ने वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में इस मुद्दे पर गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि राज्य ने इनका रखरखाव ही नहीं किया। प्रदेश में वेंटिलेटर्स को लेकर भाजपा और कांग्रेस एक-दूसरे पर पिछले काफी समय से हमलावर हैं। दोनों सियासी दलों के नेता एक-दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे हैं।