Rajasthan: पत्नी के बाद सीएम अशोक गहलोत भी हुए कोरोना संक्रमित, पीएम मोदी ने जल्द स्वस्थ होने की कामना की
Coronavirus अशोक गहलोत की कोविड टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। गहलोत ने ट्वीट में लिखा कि मुझे किसी तरह के लक्षण नहीं हैं और मैं ठीक महसूस कर रहा हूं। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मैं आइसोलेशन में रहकर ही कार्य जारी रखूंगा।
जयपुर, एएनआइ। Coronavirus: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कोविड टेस्ट रिपोर्ट वीरवार को पॉजिटिव आई है। गहलोत ने ट्वीट में लिखा कि मुझे किसी तरह के लक्षण नहीं हैं और मैं ठीक महसूस कर रहा हूं। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मैं आइसोलेशन में रहकर ही कार्य जारी रखूंगा। इस बीच, पीएम नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और उनकी पत्नी सुनीता गहलोत के शीघ्र स्वास्थ्य होने की कामना की है। इससे पहले बुधवार को गहलोत ने ट्वीट में लिखा था कि मेरी पत्नी सुनीता गहलोत कोविड पॉजिटिव आ गई हैं। प्रोटोकॉल के अनुसार होम आइसोलेशन में उनका ट्रीटमेंट प्रारंभ हो गया है। अब मैं एहतियातन आइसोलेशन में रहकर चिकित्सकों व अधिकारियों के साथ रोजाना होने वाली कोविड समीक्षा बैठक लूंगा। राज्यपाल कलराज मिश्र, राजस्थान के एआइसीसी महासचिव अजय माकन, पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और अन्य ने गहलोत के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
इधर, राजस्थान में बुधवार को कोरोना के 16613 नए संक्रमित मिलने के साथ ही 120 मरीजों की मौत हो गई। प्रदेश में एक्टिव केसों की संख्या एक लाख 63 हजार 372 है। अब तक कुल पांच लाख 63 हजार 577 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। मृतकों की संख्या 3926 है। बुधवार को अस्पतालों उपचार के बाद स्वस्थ होने पर 8303 लोगों को घर भेजा गया। चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि वर्तमान में ऑक्सीजन के साथ सबसे अधिक मांग रेमडेसिविर इंजेक्शन की है। सरकार ने इस बारे में केंद्र सरकार से मांग की है। आगामी दिनों में प्रतिदिन 10 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन की आवश्यक्ताा हो सकती है। इसी को ध्यान में रखकर केंद्र सरकार से आग्रह किया गया है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में राजस्थान को 310 मैट्रिक टन से अधिक मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत है, लेकिन बमुश्किल से करीब 300 मैट्रिक टन ऑक्सीजन मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह प्रतिदिन ऑक्सीजन की मांग बढ़ रही है। उसको देखते हुए आगामी दो से तीन दिन में 365 मैट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत होगी। ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए 32 टैँकरों की जरूरत होगी, जिनकी क्षमता करीब 400 मैट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन सप्लाई की होगी। वर्तमान में प्रदेश के पास केवल 23 मेडिकल ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले टैंकर हैं। जिनसे करीब 258 मैट्रिक टन ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है। केंद्र सरकार को ऑक्सीजन की सप्लाई के लिए रेल चलाई जानी चाहिए।