पहले केंद्रीय मंत्री बघेल ने राजस्थान के सीएम को कहा 'घोषणा गहलोत', फिर प्रदेश के परिवहन मंत्री ने किया पलटवार

केन्द्रीय मंत्री एसपी बघेल ने चुनावी सभा में राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर अपमानजक टिप्पणी कर दी जिसके बाद राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री को बहस की चुनौती दी।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 09:13 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 09:13 PM (IST)
पहले केंद्रीय मंत्री बघेल ने राजस्थान के सीएम को कहा 'घोषणा गहलोत', फिर प्रदेश के परिवहन मंत्री ने किया पलटवार
वल्लभनगर तथा प्रतापगढ़ जिले की धरियावद विधानसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर प्रचार जारी

उदयपुर, संवाद सूत्र। जिले के वल्लभनगर तथा प्रतापगढ़ जिले की धरियावद विधानसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर प्रचार जारी है। ऐसे में राजनेता एक—दूसरे पर जमकर कटाक्ष कर रहे हैं और ऐसे में कई विवादित बयान भी सामने आ रहे हैं। केन्द्रीय मंत्री एसपी बघेल ने चुनावी सभा में राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर अपमानजक टिप्पणी कर दी, जिसके बाद राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री को बहस की चुनौती देते हुए कहा कि वह बताएंगे कि किसके नाम के आगे लिखा जाना चाहिए 'घोषणा प्रधानमंत्री'। खाचरियावास गुरुवार को उदयपुर में मीडिया से मुखातिब थे।

उधर, प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं पूर्व पीसीसी अध्यक्ष सचिन पायलट ने भाजपा नेताओं द्वारा कांग्रेस नेताओं के खिलाफ ओछी एवं स्तरहीन भाषा का प्रयोग किये जाने को निन्दनीय व अशोभनीय है और इसके लिए उन्हें जनता से माफी मांगनी चाहिए।

परिवहन मंत्री खाचरियावास ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री गहलोत और उनके पिता के लिए बोलकर कांग्रेस या गहलोत पर नहीं, बल्कि प्रदेश की सात करोड़ जनता का अपमान किया है। इसके लिए उन्हें सार्वजनिक तौर पर अपने बयान के लिए क्षमा मांगनी चाहिए। खाचरियावास ने केंद्रीय मंत्री को चुनौती देते हुए कहा कि वह उनसे सीधे बहस करने आएं। वह यह साबित कर देंगे कि घोषणा शब्द किसके सरनेम के आगे लगाना चाहिए। खाचरियावास ने कहा कि भाजपा का कोई भी नेता किसी भी मंच पर उनसे बहस कह ले, वह यह साबित कर देंगे कि मोदी का नाम 'भाषण प्रधानमंत्री' ही रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने जनता से जो वादे किए, वो निभाए भी हैं।

उल्लेखनीय है कि वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र के खरसाण गांव में आयोजित चुनावी सभा में केंद्रीय न्याय एवं विधि राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला बोलते हुए कहा था कि जिनकी बातों में फर्क होती है, उनके बाप में भी फर्क होता है। उन्होंने मुख्यमंत्री गहलोत को 'घोषणा गहलोत' बताते हुए किसानों के कर्ज माफी को लेकर गहलोत को प्रहार किए।

खाचरियावास का पलटवार

परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि मुख्यमंत्री के पिता के लिए टिप्पणी करना आरएसएस और भाजपा की ओछी मानसिकता को दर्शाता हैं। जबकि केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता महंगाई और जनहित के मुद्दों पर बात नहीं करते। उनकी अपमानजक टिप्पणी का जबाव अब जनता उप चुनाव में देगी।

पहले प्रताप, बाद में भगवान राम और मुख्यमंत्री का अपमान

कांग्रेस नेता धर्मैन्द्र राठौड़ ने पत्रकार वार्ता में कहा कि भाजपा के नेता किसी का भी अपमान कर सकते हैं। प्रात: स्मरणीय महाराणा प्रताप के बाद वह भगवान राम को लेकर भी अपमानजनक टिप्पणी कर चुके हैं। उनके लिए मुख्यमंत्री का अपमान कोई हैरत का विषय नहीं। भाजपा नेताओं के पास बताने के लिए केन्द्र की एक भी उपलब्धि नहीं। ऐसे में वह जनता को भ्रमित करने में लगे हैं।

पायलट ने कहा, भाजपा नेता अपने अनर्गल बयानों के लिए जनता से माफी मांगें

पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं पूर्व पीसीसी अध्यक्ष सचिन पायलट ने गुरुवार को अपने आवास पर जनसुनवाई के समय कहा कि केन्द्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल द्वारा कांग्रेस नेताओं के खिलाफ जो बयानबाजी की गई है, वह अमर्यादित है। इसी तरह विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ द्वारा कांग्रेस नेता रफीक मण्डेलिया के लिए जिन शब्दों का प्रयोग किया गया है, वह अशोभनीय है। राजनीति में वैचारिक विरोध स्वीकार्य होता है, परन्तु इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करने से ना सिर्फ स्वयं की साख को ठेस पहुंचती है बल्कि जनता में भी नकारात्मक संदेश जाता है। पायलट ने कहा कि भाजपा नेता उपचुनाव में हार के डर के कारण इस तरह की स्तरहीन भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, जिसका स्वच्छ राजनीति में कोई स्थान नहीं है।

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