Rajasthan by election: नामांकन के समय एक मंच पर आए गहलोत और पायलट, भाजपा में वसुंधरा सहित कई नेताओं ने बनाई दूरी
दोनों नेताओं से पिछले तीन दिन में कई बार बात कर एक साथ जयपुर से सभा स्थल तक जाने के लिए तैयार किया । इसी का परिणाम रहा कि गहलोतपायलटमाकन और डोटासरा बृहस्पतिवार सुबह एक साथ हेलिकॉप्टर से धरियावद और वल्लभनगर तक गए ।
जागरण संवाददाता, जयपुर! राजस्थान की धरियावद और वल्लभनगर विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव के लिए शुक्रवार को कांग्रेस व भाजपा के प्रत्याशियों ने नामांकन-पत्र दाखिल किए । इस मौके पर कांग्रेस ने जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट,प्रभारी अजय माकन और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को एक मंच पर लाकर एकजुटता दिखाने का प्रयास किया।
वहीं भाजपा प्रत्याशियों के नामांकन के बाद हुई सभा में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित कई वरिष्ठ नेता नहीं पहुंचे । भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया,केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया दोनों सीटों पर हुई सभा को संबोधित करने पहुंचे । सूत्रों के अनुसार अपनी पसंद के टिकट नहीं मिलने के कारण वसुंधरा राजे प्रचार अभियान से दूर रहेंगी ।
एकता कराने में जुटे माकन और अरूण सिंह
एक-दूसरे के कट्टर विरोधी गहलोत और पायलट को एक साथ मंच पर लाने में माकन ने भूमिका निभाई । माकन ने दोनों नेताओं से पिछले तीन दिन में कई बार बात कर एक साथ जयपुर से सभा स्थल तक जाने के लिए तैयार किया । इसी का परिणाम रहा कि गहलोत,पायलट,माकन और डोटासरा बृहस्पतिवार सुबह एक साथ हेलिकॉप्टर से धरियावद और वल्लभनगर तक गए । हेलीपेड से सभा स्थल तक पायलट ने कार चलाई और उनकी बगल में गहलोत बैठे । पीछे की सीट पर माकन व डोटासरा बैठे थे ।
उधर भाजपा के प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह ने पिछले सप्ताह वरिष्ठ नेताओं की कोर कमेटी में सबको साथ मिलकर उप चुनाव लड़ने का आग्रह किया । प्रदेश नेतृत्व से नाराज चल रही वसुंधरा राजे अरूण सिंह के आग्रह पर बैठक में भी शामिल हुई । लेकिन वल्लभनगर सीट से अपने समर्थक रणधीर सिंह भींडर को टिकट नहीं दिए जाने से वह नाराज हो गई । भींडर ने खुद की जनता सेना नाम से पहले से पार्टी बना रखी है,उसी के बैनर तले वह चुनाव लड़ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि वल्लभनगर से कांग्रेस से प्रीति शक्तावत और भाजपा ने हिम्मत सिंह को प्रत्याशी बनाया है । धरियावद सीट पर भाजपा ने खेतसिंह और कांग्रेस ने नागराज को उम्मीदवार बनाया है । दोनों ही सीटों पर भारतीय ट्राइबल पार्टी कांग्रेस व भाजपा के समीकरण बिगाड़ सकती है।
दोनों ने एक-दूसरे को घेरा
सीएम गहलोत,पायलट सहित कांग्रेस के नेताओं ने किसान कानूनों के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में बताया । लखीमपुर खीरी का मुद्दा भी उठाया । वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पूनिया और केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने कानून व्यवस्था,बिजली सहित विभिन्न मुद्दों पर गहलोत सरकार को घेरा । पूनिया ने कहा,जो सरकार कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ही सुरक्षा नहीं कर रही,वह दूसरों का क्या ध्यान रखेगी । कांग्रेसियों पर ही हमले हो रहे हैं। दोनों सीटों पर 30 अक्टूबर को मतदान होगा और 2 नवंबर को चुनाव परिणाम आएगा ।