Rajasthan: टीम वसुंधरा पर राजस्थान भाजपा संगठन को आपत्ति, समर्थकों ने कहा- वसुंधरा सीएम दावेदार

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने टीम वसुंधरा के नाम से बनाए गए संगठन को लेकर राज्य एवं केंद्र के वरिष्ठ नेताओं से बात की है। टीम वसुंधरा पर राजस्थान भाजपा संगठन को आपत्ति।

By Priti JhaEdited By: Publish:Tue, 07 Sep 2021 02:24 PM (IST) Updated:Tue, 07 Sep 2021 02:33 PM (IST)
Rajasthan: टीम वसुंधरा पर राजस्थान भाजपा संगठन को आपत्ति, समर्थकों ने कहा- वसुंधरा सीएम दावेदार
टीम वसुंधरा पर राजस्थान भाजपा संगठन को आपत्ति

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस के बाद अब भाजपा के नेताओं में आपसी खींचतान तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समर्थकों ने अपनी टीम तैयार कर दफ्तर खोल दिए हैं। टीम वसुंधरा के नाम से प्रदेश से जिला और विधानसभा क्षेत्रवार पूर्व सीएम के समर्थकों के समूह बनाए गए हैं। प्रत्येक समूह में 20 से 50 कार्यकर्ताओं को जोड़ा गया है। टीम वसुंधरा की इस कार्रवाई को राज्य भाजपा ने संगठन विरोधी गतिविधि बताते हुए प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह को रिपोर्ट भेजी है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने टीम वसुंधरा के नाम से बनाए गए संगठन को लेकर राज्य एवं केंद्र के वरिष्ठ नेताओं से बात की है। प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर का कहना है कि पार्टी में किसी को भी अलग मंच या संगठन चलाने की इजाजत नहीं है। भाजपा व्यक्तिनिष्ठ नहीं, बल्कि संगठननिष्ठ पार्टी है। पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने कहा, वसुंधरा को अब राज्य की राजनीति छोड़कर केंद्र में काम करना चाहिए। वह दो बार सीएम रह चुकी, अब किसी युवा को मौका मिलना चाहिए।

उधर, पूर्वमंत्री रोहिताश्व शर्मा, प्रताप सिंह सिंघवी और भवानी सिंह राजावत ने वसुंधरा को मुख्यमंत्री पद की स्वाभाविक दावेदार बताते हुए कहा कि उनके कद का राज्य में कोई नेता नहीं है। उन्होंने कहा कि टीम वसुंधरा का मकसद 2023 में वसुंधरा को मुख्यमंत्री बनाना है। कार्यकर्ता खुद ही इस टीम से जुड़ रहे हैं। कार्यकर्ताओं को लगने लगा है कि राज्य के नेताओं का एक समूह वसुंधरा के खिलाफ माहौल बनाने का काम कर रहा है। यह उचित नहीं है।

दोनों खेमे हो रहे सक्रिय

विधानसभा चुनाव में अभी दो साल से ज्यादा का समय है। लेकिन वसुंधरा समर्थक और विरोधी खेमा सक्रिय है। वसुंधरा समर्थकों की कमान पूर्व मंत्री युनूस खान और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने संभाल रखी है। यह दोनों जिलों में जाकर वसुंधरा समर्थकों को सक्रिय कर रहे हैं। दोनों नेता अगले साल के प्रारंभ में वसुंधरा की सभी जिलों में यात्रा कराने की योजना तैयार कर रहे हैं।

उधर वसुंधरा विरोधी खेमा पूनिया, कटारिया व पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़ के नेतृत्व में सक्रिय है। यह तीनों नेता वसुंधरा विरोधियों को मंडल से लेकर प्रदेश स्तर तक संगठन में महत्व दे रहे हैं। वसुंधरा समर्थकों को संगठनात्मक गतिविधियों से दूर रखने के साथ ही विरोधियों को पद दिए जा रहे हैं। पार्टी के कार्यक्रमों की कमान वसुंधरा विरोधियों के सौंपी जा रही है। भाजपा मीडिया सेल के प्रदेश संयोजक पंकज जोशी ने कहा,पार्टी में व्यक्तिगत मंच की परंपरा नहीं है। सीएम का फैसला भी किसी के दबाव में नहीं किया जाता है। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में काम कर रही है। 

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