Rajasthan Assembly: नाराज स्पीकर सीपी जोशी मानें, फिर शुरू होगी राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही
Rajasthan Assembly राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने टेलीफोन पर बात की तो सीपी जोशी मान गए। अब सदन की कार्यवाही 17 और 18 सितंबर को भी चलेगी। दोनों दिन पहले से तय कार्यसूची के अनुसार काम होगा।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajasthan Assembly: राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही फिर दो दिन के लिए शुरू होगी। सदन की कार्यवाही अब शुक्रवार और शनिवार को चलेगी। बुधवार को सत्तापक्ष के विधायकों विशेषकर संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल व परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के साथ विधानसभा अध्यक्ष डा. सीपी जोशी की तकरार हो गई थी। पक्ष और विपक्ष के विधायकों के बीच चली खींचतान और हंगामे से नाराज जोशी ने धारीवाल और खाचरियावास को शांत रहने के लिए कहा, लेकिन दोनों मंत्री नहीं माने। ऐसे में नाराज अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। अध्यक्ष द्वारा अचानक अनिश्चितकाल तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दिए जाने से सत्ता पक्ष और विपक्ष चकित रह गए।
दोनों ही पक्षों के नेताओं ने उन्हें मनाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने अपना फैसला नहीं बदला। आखिरकार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने टेलीफोन पर बात की तो जोशी मान गए। अब सदन की कार्यवाही 17 और 18 सितंबर को चलेगी। दोनों दिन पहले से तय कार्यसूची के अनुसार काम होगा। इस दौरान 1300 करोड़ से ज्यादा की अलग-अलग विभागों से जुड़ी अनुपूरक अनुदान मांगों को पारित कराया जाएगा। अनुपूरक अनुदान मांगों को पारित कराने के साथ विनियोग विधेयक, रजिस्ट्रीकरण संशोधन विधोयक, एमबीएम यूनिवर्सिटी संशोधन विधेयक पेश कर पारित कराए जाएंगे। शनिवार को प्रश्नकाल नहीं होगा। इस दिन राजस्थान पंचायती राज संशोधन विधेयक, दंड विधियां संशोधन विधेयक, कृषि यूनिवर्सिटी की विधियां संशोधन विधेयक और भूराजस्व संशोधन विधेयक बहस के बाद पारित कराए जाएंगे।
गौरतलब है कि राजस्थान विधानसभा में बुधवार को पहले तो सत्तापक्ष कांग्रेस और भाजपा विधायकों के बीच तकरार हो गई थी। तकरार हंगामें में बदली। इन दोनों का हंगामा शांत हुआ था कि संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल और विधानसभा अध्यक्ष डा. सीपी जोशी के बीच तकरार हो गई। तकरार इतनी बढ़ी कि अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। दरअसल, रोडवेज से जुड़े एक विधेयक पर चर्चा के दौरान प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के बीच हुए वाद-विवाद के बाद सदन में शांति हुई तो अध्यक्ष ने कहा कि पहले जो कुछ हुआ उसे भूलिए और आगे बढ़िए। विधेयक पारित होने के दौरान जिस तरह की बहस हुई, वह सही नहीं थी। बहस लंबी कर दी गई। आगे इस गलती को नहीं दोहराया जाए।