Rail Kaushal Vikas Yojana: रेल मंत्री ने रेल कौशल विकास योजना का किया शुभारंभ, जोधपुर में भी दिया जाएगा प्रशिक्षण

Rail Kaushal Vikas Yojana उत्तर पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी गोपाल शर्मा ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर युवाओं के सशक्तीकरण के लिए रेलवे प्रशिक्षण संस्थानों में प्रारंभिक स्तर पर कुशल प्रशिक्षण देने के लिए रेल कौशल विकास योजना का शुभारंभ किया गया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 05:20 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 05:20 PM (IST)
Rail Kaushal Vikas Yojana: रेल मंत्री ने रेल कौशल विकास योजना का किया शुभारंभ, जोधपुर में भी दिया जाएगा प्रशिक्षण
रेल मंत्री ने रेल कौशल विकास योजना का किया शुभारंभ। फाइल फोटो

जोधपुर, संवाद सूत्र। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तत्वावधान में रेल कौशल विकास योजना का शुभारंभ शुक्रवार को रेल, संचार व इलेक्टानिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया। उत्तर पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी गोपाल शर्मा ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर युवाओं के सशक्तीकरण के लिए रेलवे प्रशिक्षण संस्थानों में प्रारंभिक स्तर पर कुशल प्रशिक्षण देने के लिए रेल कौशल विकास योजना का शुभारंभ किया गया है। योजना का लोकार्पण रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा शुक्रवार को रेलभवन में आयोजित समारोह से आनलाइन किया गया। कैरिज कारखाना जोधपुर के बुनियादी प्रशिक्षण केंद्र को भी रेल कौशल विकास योजना का केंद्र बनाया गया है।

बीटीसी कैरिज कार्यशाला जोधपुर में 60 प्रशिक्षु को प्रथम बार में प्रशिक्षण दिया जाएगा। बीएलडब्ल्यू ने 100 घंटों का विस्तृत पाठयक्रम तैयार किया है तथा पाठयक्रम की अवधि 18 कार्यदिवस है। यह प्रशिक्षण सतत रूप से क्रमवार जारी रहेगा। जोधपुर प्रशिक्षण केंद्र पर प्रशिक्षण प्राप्त करने के इच्छुक 139 अभ्यार्थियों के आवेदन प्राप्त हुए हैं। यह योजना देश भर के 75 रेल कारखानों व प्रशिक्षण केंद्रों पर प्रारंभ की गई है, जिसमे अगले तीन वर्षों में देश के 50000 युवाओं को प्रशिक्षित किए जाने का लक्ष्य है। इस प्रशिक्षण में इलेक्ट्रिशियन, मशीनिष्ट, फिटर और वेल्डर चार ट्रेड को चिन्हित किया गया है। इस अवसर पर जोधपुर कारखाना में मंडल रेल प्रबंधक गीतिका पाण्डेय व मुख्य कारखाना प्रबंधक इंद्रजीत दिहाना तथा रेलवे अधिकारियों की उपस्थिति में प्रशिक्षु अभ्यार्थियों ने आनलाइन समारोह भाग लिया तथा रेलभवन में उपस्थित रेलमंत्री तथा अधिकारियों से चर्चा में रेल कौशल विकास योजना के माध्यम से प्रशिक्षण मिलने पर खुशी जताई।

गौरतलब है कि ओडिशा से भाजपा सांसद अश्विनी वैष्णव नौकरशाह रह चुके हैं। वहीं, अश्विनी वैष्णव 1994 बैच के आइएएस अधिकारी रहे हैं। अश्विनी वैष्णव ने आइएएस अधिकारी रहते हुए कई शानदार काम किए थे, जिसमें से एक ओडिशा के बालासोर में आए समुद्री तूफान के दौरान राहत पहुंचाना भी शामिल था। वो यहीं से चर्चा में आए थे। इसके बाद उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री काल में पीएमओ में डिप्टी सेक्रेटरी बनाया गया था।अश्विनी वैष्णव मूल रूप से राजस्थान के जोधपुर के रहने वाले हैं। साल 1994 बैच के आइएएस अधिकारी वैष्णव को सबसे पहले बालासोर का डीएम बनाया गया था। वह नवीन पटनायक के करीबी और पसंदीदा अधिकारियों में से एक थे।

इसलिए जब वह सीएम बने तो उन्हें सबसे पहले ओडिशा के महत्वपूर्ण शहर कटक का कलेक्टर बनाया गया था। यहां उन्होंने कई बदलाव किए, जिसमें कानून-व्यवस्था दुरुस्त करना भी शामिल है। अश्वनी वैष्णव करीब 15 वर्षों तक कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक जिम्मेदारियों को संभाला और विशेष रूप से बुनियादी ढांचे में पीपीपी (सार्वजनिक-निजी भागीदारी) ढांचे में उनके योगदान के लिए जाने जाते थे। इसके बाद इन्होंने जनरल इलेक्ट्रिक और सीमेंस जैसी प्रमुख वैश्विक कंपनियों में नेतृत्व की भूमिका निभाई है। रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल से एमबीए और आइआइटी कानपुर से एमटेक किया है।

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