Murder In Dungarpur: हथियारबंद हमलावरों ने आरएसी के जवान की घर में घुसकर की हत्या
Murder In Dungarpur डूंगरपुर जिले के बिछीवाड़ा क्षेत्र में हथियारबंद हमलावरों ने एक मकान में घुसकर आरएसी के एक जवान की हत्या कर दी। जवान के छोटे भाई देवीलाल लिम्बात की ओर से रिपोर्ट दर्ज की गई है।
उदयपुर, संवाद सूत्र। Murder In Dungarpur: राजस्थान में डूंगरपुर जिले के बिछीवाड़ा क्षेत्र में हथियारबंद हमलावरों ने एक मकान में घुसकर आरएसी के एक जवान की हत्या कर दी। हमलावरों ने जवान को घेरकर उस पर तलवार तथा लाठियों से हमला किया था। भयभीत परिजनों ने खेतों में दौड़कर जान बचाई। घटना बिछीवाड़ा थाना क्षेत्र के शिशोद फला अंबाव गांव की है। जहां शुक्रवार देर रात गाड़ियों में सवार होकर आए दर्जनभर हथियारबंद हमलावरों ने आरएसी जवान रमेश लिम्बात (47) के घर पर हमला कर दिया। रमेश आरएसी 12वीं बटालियन जयपुर में तैनात था और 15 सितंबर को ही छुट्टी लेकर वह अपने घर आया था। घर में घुसते ही हमलवारों ने आरएसी जवान को घेरकर तलवार व डंडे से वार किए तथा घर में जमकर तोड़फोड़ की। इस घटना में गंभीर रूप से घायल जवान को गुजरात उपचार के लिए ले जाया जा रहा था कि बीच रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। उसका शव डूंगरपुर जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है।
बिछीवाड़ा थानाधिकारी रणजीत सिंह ने बताया कि मृतक के छोटे भाई देवीलाल लिम्बात की ओर से रिपोर्ट दर्ज की गई है। उसने बताया कि शुक्रवार रात शिशोद गांव के ही अंकित अहारी, राहुल गमेती, मयंक अहारी, प्रवीण ढूहा व संजू ढूहा अपने एक दर्जन साथियों के साथ आए। सभी तलवार व लाठियां लिए हुए थे। सभी घर पर पथराव करते हुए घुसे तो घर की महिलाएं और बच्चों ने खेतों में दौड़कर अपनी जान बचाई। हमलावरों ने इस परिवार के सचिन व देवीलाल की भी जान लेने की कोशिश की लेकिन वह मक्का की फसल में छिप गए थे और बच गए। हमलावरों ने आरएसी जवान रमेश को घेर कर उस पर तलवार व लाठियों पर डंडे बरसाना शुरू कर दिया। जिससे वह निढाल होकर जमीन पर गिर गया तब हमलावर भाग निकले। इसके बाद परिवार के लोग उसे लेकर बिछीवाड़ा अस्पताल लेकर पंहुचे। जहां रमेश की हालत गंभीर होने पर उसे हिम्मतनगर गुजरात ले जा रहे थे कि रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद परिजन शव को लेकर वापस डूंगरपुर के जिला अस्पताल पहुंचे और शव मोर्चरी में रखवाया गया।
गांव में तनाव, पुलिस बल तैनात
हमले ओर हत्या की वारदात के बाद शिशोद गांव में तनाव का माहौल बन गया। ऐसे में वहां डूंगरपुर और बिछीवाड़ा थाने से पुलिस बल भेजा गया। इधर, हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजन धरने पर बैठ गए। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही परिजन पोस्टमार्टम करवाने की मांग पर अड़े हुए हैं जिसके चलते शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है। बताया गया कि शिक्षक भर्ती परीक्षा में रिक्त रही सामान्य वर्ग की सीटों पर आदिवासियों को भर्ती किए जाने की मांग को लेकर डूंगरपुर में हुए हिंसक आंदोलन के दौरान आरएसी के जवान रमेश के बेटे सचिन ने इस घटना के कथित आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था और संभवत: उसी के बदले के लिए यह वारदात की गई। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है।