Rajasthan: छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस की ढिलाई पर फूटा आक्रोश

Rajasthan जोधपुर कमीश्नरेट के डांगीयावास थानांतर्गत एक गांव में दलित छात्रा से हुए सामूहिक दुष्कर्म और आत्महत्या के मामले में पुलिस प्रशासन की ढिलाई के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूटने लगा हैं। जोधपुर कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर विरोध दर्ज करवाया।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 03:55 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 05:09 PM (IST)
Rajasthan: छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस की ढिलाई पर फूटा आक्रोश
छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस की ढिलाई पर फूटा आक्रोश। फाइल फोटो

जोधपुर, संवाद सूत्र। राजस्थान में  जोधपुर कमीश्नरेट के डांगीयावास थानांतर्गत एक गांव में दलित छात्रा से हुए सामूहिक दुष्कर्म और आत्महत्या के मामले में  पुलिस प्रशासन की ढिलाई के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूटने लगा हैं। जोधपुर कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर विरोध दर्ज करवाया। गुरुवार को जोधपुर कलेक्ट्रेट पर विभिन्न जनसंगठनों के आह्वान पर बड़ी तादाद में लोग जुटे और नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। इस दौरान दलित शोषण मुक्ति मंच (डीएसएमएम), भीम-आर्मी भारत एकता मिशन और भीमसेना के कार्यकर्ता मौजूद रहे। डीएसएमएम के प्रदेश संयोजक एडवोकेट किशन मेघवाल ने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार आपसी झगड़ों में उलझी हुई है, दलितों और महिलाओं पर लगातार हमले बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री का गृहक्षेत्र अपराधों का गढ़ बन रहा है तो फिर राजस्थान के दूसरे हिस्सों की स्थिति अत्यंत दयनीय होगी।

मेघवाल ने बताया कि घटना के बाद मृतका की मां ने गांव के ही दो लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने दोनों आरोपितों को हिरासत में लिया, परंतु एक आरोपित की गिरफ्तारी ही दर्शाई। पुलिस अभी तक दूसरे आरोपित की भूमिका की जांच के नाम पर उसे बचाने की कोशिश कर रही है। इसको लेकर क्षेत्र के ग्रामीण बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे और मुख्यमंत्री तक अपनी बात पहुंचाने के लिए जिला कलेक्टर के मार्फत घटना का ब्यौरा ज्ञापन के माध्यम से भेजा गया है, जिसमें की न्याय की गुहार की गई है।

जानें, क्या है मामला

जोधपुर कमिश्नरेट के अंतर्गत आने वाले डांगीयावास थाने के एक गांव की नाबालिग दलित छात्रा से गांव के ही दो लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया, जिससे परेशान होकर छात्रा ने 16 जून को जहर खा लिया। इसके बाद से एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। छात्रा की तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उसे जोधपुर के एक अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान 17 जून को उसकी मौत हो गई। मृतका की विधवा मां ने दो लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट डांगीयावास थानाधिकारी को दी थी। दलित शोषण मुक्ति मंच और अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति सहित विभिन्न जन संगठनों के कार्यकर्ता आक्रोश जताते हुए आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांग की है।

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