Rajasthan: निजी अस्पतालों को दो माह में लगाने होंगे ऑक्सीजन प्लांट

Rajasthan चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि सरकारी कोविड सेंटर्स के अतिरिक्त जिन निजी अस्पतालों में 60 या इससे अधिक बेड हैं वहां पर 50 प्रतिशत बेड्स पर ऑक्सीजन की व्यवस्था होना जरूरी है। ऐसे निजी अस्पतालोें में सेंट्रलाइज ऑक्सीजन पाइप लाइन की स्थापना होनी चाहिए।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 06:04 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 07:16 PM (IST)
Rajasthan: निजी अस्पतालों को दो माह में लगाने होंगे ऑक्सीजन प्लांट
निजी अस्पतालों को दो माह में लगाने होंगे ऑक्सीजन प्लांट। फाइल फोटो

जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान के निजी अस्पतालों को दो माह में ऑक्सीजन प्लांट लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। प्रदेश के जिन निजी अस्पतालों में 60 या इससे ज्यादा बेड उन्हें अनिवार्य रूप से ऑक्सीजन प्लांट लगाना होगा। चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि सरकारी कोविड सेंटर्स के अतिरिक्त जिन निजी अस्पतालों में 60 या इससे अधिक बेड हैं, वहां पर 50 प्रतिशत बेड्स पर ऑक्सीजन की व्यवस्था होना जरूरी है। ऐसे निजी अस्पतालोें में सेंट्रलाइज ऑक्सीजन पाइप लाइन की स्थापना होनी चाहिए। इस सिस्टम के जरिए मरीजों को निरंतर ऑक्सीजन मिल सके। अस्पतालों को दो माह में आवश्यक रूप से ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाने होंगे।

ऑक्सीजन प्लांट्स की स्थापना के लिए सरकार के उद्योग विभाग द्वारा विशेष पैकेज दिया जाएगा। पैकेज का लाभ लेने वालों को कम से कम एक करोड़ का निवेश करना होगा। पैकेज के तहत ऑक्सीजन प्लांट व मशीनरी पर किए खर्च के 25 फीसद तक पूंजीगत अनुदान दिया जाएगा। प्रारंभिक तीन साल तक सरकारी विभागों की नियामक स्वीकृतियां व निरीक्षण से छूट रहेगी। राज्य सरकार इन प्लांट को केंद्र के विभागों से नियामक स्वीकृतियां दिलवाने, पानी व बिजली के कनेक्शन शीघ्र करवाने में भी सहयोग करेगी। इसके साथ ही कृषि भूमि पर ऑक्सीजन प्लांट लगाने पर लीज राशि में शत-प्रतिशत की छूट दी जाएगी। निशुल्क भूउपयोग रूपांतरण किया जाएगा। उधर, राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने तय किया है कि सरकारी स्कूलों की प्रयोगशालाओं रखे हुए ऑक्सीजन सिलेंडरों का कोविड मरीजों के उपचार में उपयोग लिया जा सकेगा। प्रदेश की 332 स्कूलों की प्रयोगशालाओं में ऑक्सीजन गैस सिलेंडर उपलब्ध हैं। प्रदेश में 600 मैट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत है, लेकिन फिलहाल करीब 300 मैट्रिक टन की आपूर्ति ही हो पा रही है।

गौरतलब है कि राजस्थान में वीरवार को कोरोना के 15,867 नए कोरोना संक्रमित मिलने के साथ ही 159 पीड़ितों की मौत हुई है। प्रदेश में अब तक आठ लाख 21 हजार 525 संक्रमित मिले हैं। मृतकों की कुल संख्या 6317 है। वर्तमान में एक्टिव केसों की संख्या दो लाख 11 889 है। पिछले 24 घंटे में 12,929 पीड़ित स्वस्थ हुए हैं। इसी बीच, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि देश में कोरोना वैक्सीन की कमी से अब तक 11 राज्य वैक्सीन खरीदने के लिए ग्लोबल टेंडर निकाल चुके हैं। इससे राज्यों को अलग-अलग कीमत की वैक्सीन मिलेगी। अच्छा तो यह होता कि भारत सरकार ग्लोबल टेंडर निकालती एवं राज्यों को योजनाबद्ध तरीके से वैक्सीन उपलब्ध करवाती, क्योंकि संपूर्ण वैक्सीनेशन से ही कोरोना की तीसरी लहर से बचा जा सकता है।

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