Rajasthan: विश्वेंद्र सिंह के पुत्र अनिरुद्ध के ट्वीट से मची हलचल

Rajasthan सोशल मीडिया पर अनिरुद्ध सिंह ने कृषि कानूनों का समर्थन करते हुए विरोध करने वालों को निशाने पर लिया तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं व किसान आंदोलन के समर्थकों ने पलटवार किया। इस पर विवाद बढ़ता देख अनिरुद्ध सिंह ने सफाई दी।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 07:48 PM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 07:48 PM (IST)
Rajasthan: विश्वेंद्र सिंह के पुत्र अनिरुद्ध के ट्वीट से मची हलचल
विश्वेंद्र सिंह के पुत्र अनिरुद्ध के ट्वीट से मची हलचल। फाइल फोटो

जयपुर, जागरण संवाददाता। Rajasthan: राजस्थान के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता विश्वेंद्र सिंह के पुत्र अनिरुद्ध सिंह ने केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों का विरोध करने वालों पर निशाना साधा है। सोशल मीडिया पर अनिरुद्ध सिंह ने कृषि कानूनों का समर्थन करते हुए विरोध करने वालों को निशाने पर लिया तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं व किसान आंदोलन के समर्थकों ने पलटवार किया। इस पर विवाद बढ़ता देख अनिरुद्ध सिंह ने सफाई दी। अनिरुद्ध सिंह ने अपनी पोस्ट में लिखा कि मेरा परिवार हमेशा किसानों के साथ रहा है। मेरा परिवार तन-मन और धन से किसानों के साथ है। जब मोदी सरकार किसान बिल में संशोधन करने के लिए कह चुकी तो फिर यह अल्का लांबा नौटंकी क्यों हो रही है।

इस पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कड़ी आपत्ति जताई तो उन्होंने दूसरी पोस्ट में सफाई दी। लेकिन इसमें कांग्रेस का नाम लिए बिना निशाना साधा। उन्होंने लिखा कि मैं साफ कर दूं कि मैं किसानों के साथ हूं, भारत किसानों के बगैर कुछ भी नहीं और हम भी किसानों के बगैर कुछ भी नहीं है। उल्लेखनीय है कि विश्वेंद्र सिंह पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के विश्वस्तों में शामिल हैं। पायलट की बगावत के समय विश्वेंद्र सिंह उनके साथ रहे थे। विश्वेंद्र सिंह समय-समय पर अशोक गहलोत सरकार को घेरते रहे हैं। 

गौरतलब है कि राजस्थान प्रदेश कांग्रेस ने गत शुक्रवार को कृषि कानूनों के खिलाफ राजभवन का घेराव किया। किसान आंदोलन के 51 दिन पूरे होने पर कांग्रेस ने अधिकार दिवस मनाया। इस दौरान उस समय अजीब स्थिति पैदा हो गई, जब यहां कुछ लोगों ने कांग्रेस विधायक के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। चाकसू विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी की खिलाफ लोगों ने जमकर नारेबाजी की। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने उन पर काबू पाया। उनका आरोप था कि विधायक के कहने से चाकसू के 57 दूध संकलन केंद्र बंद कराए गए जो गलत है। राजभवन पर हुए विरोध प्रदर्शन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन को आना था, लेकिन दोनों नहीं आए।

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