धान की सरकारी खरीद शुरू कराने आए किसानों पर पुलिसकर्मियों ने किया लाठीचार्ज, आधा दर्जन किसान और पुलिसकर्मी घायल
दोपहर को आने लगे किसान तो पुलिस ने किया मुख्य द्वार बंद। अचानक लाठीचार्ज से एक बार फिर अफरा-तफरी का माहौल। जब तक समर्थन मूल्य पर खरीद नहीं तो धरने पर रहेंगे किसान। एमएसपी से कम रेट पर बिक रहा धान भी बड़ा मुद्दा बना हुआ है।
जागरण संवाददाता, जयपुर : राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में धान की सरकारी खरीद शुरू करने की मांग को लेकर सोमवार को किसानों ने जिला कलेक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इस दौरान किसानों की पुलिस के साथ झड़प हो गई। पुलिसकर्मियों ने किसानों को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज में आधा दर्जन किसान घायल हो गए, दो पुलिसकर्मियों के भी चोट लगी है।
दोपहर को आने लगे किसान तो पुलिस ने किया मुख्य द्वार बंद
जानकारी के अनुसार किसान सोमवार सुबह से ही धान से भरी ट्रेक्टर-ट्रॉली लेकर जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर पहुंचने लगे थे। दोपहर 12 बजे तक किसानों की भीड़ काफी ज्यादा बढ़ी तो पुलिसकर्मियों ने कलेक्टर कार्यालय का मुख्य द्वार बंद कर दिया। यह देख प्रदर्शन कर रहे किसानों में से कुछ लोग गेट पर चढ़ गए।
अचानक लाठीचार्ज से एक बार फिर अफरा-तफरी का माहौल
इस दौरान पुलिसकर्मियों ने उन्हे नीचे उतारने का प्रयास किया। किसानों और पुलिसकर्मियों के बीच विवाद ज्यादा बढ़ गया। पुलिसकर्मियों ने उग्र किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया। अचानक हुए लाठीचार्ज से एक बार तो हनुमानगढ़ शहर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
जब तक समर्थन मूल्य पर खरीद नहीं तो धरने पर रहेंगे किसान
लाठीचार्ज के बाद आक्रोशित किसानों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर धान की ट्रोली खाली कर दी। धान सड़क पर ही फैला दिया। शाम को किसान कलेक्टर कार्यालय के पास टैंट लगाकर धरने पर बैठ गए। किसानों ने कहा कि जब तक समर्थन मूल्य पर धान की खरीद शुरू नहीं होगी तब तक किसान धरने पर बैठे रहेंगे।
एमएसपी से कम रेट पर बिक रहा धान भी बड़ा मुद्दा बना हुआ
हनुमानगढ़ में संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रव्यापी आंदोलन का असर तो है ही अभी सिंचाई पानी की मांग को लेकर भी किसान आंदोलन कर रहे हैं। इस बीच एमएसपी से कम रेट पर बिक रहा धान भी बड़ा मुद्दा बना हुआ है। वर्तमान में मंडी में धान 1700-1750 रुपए क्विंटल तक बिक रहा है,जो कि समर्थन मूल्य से भी कम है।