VAT: राजस्थान के दो संभागों में वैट के विरोध में पेट्रोल पंप संचालकों ने शुरू की हड़ताल

Rajasthanबीकानेर में पेट्रोल पंप डीलर अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। बीकानेर संभाग के चार जिलों बीकानेर चुरू हनुमानगढ़ और गंगानगर के अलावा झुंझुनू पाली और जालौर जैसे कुछ और जिलों में पेट्रोल पंप भी मांगों के समर्थन में बंद रहे।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 06:47 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 08:48 PM (IST)
VAT: राजस्थान के दो संभागों में वैट के विरोध में पेट्रोल पंप संचालकों ने शुरू की हड़ताल
वैट के विरोध में राजस्थान के बीकानेर संभाग में पेट्रोल पंप डीलर हड़ताल पर। फाइल फोटो

जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में लगातार बढ़ रही पेट्रोल और डीजल कीमतों से नाराज पेट्रोल पंप संचालक हड़ताल पर उतर गए हैं। सोमवार से बीकानेर और जोधपुर संभाग के जिलों के करीब 750 पेट्रोल पंप अनिश्चितकालीन के लिए बंद हो गए। पेट्रोल पंप संचालकों का कहना है कि राजस्थान सरकार पेट्रोल और डीजल पर देश में सबसे ज्यादा मूल्य वर्धित कर (वैट) वसूल कर रही है। इस कारण पड़ोसी राज्यों के मुकाबले यहां पेट्रोल और डीजल की कीमत ज्यादा है। श्रीगंगानगर में सबसे महंगा 120.02 और डीजल 110.05 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। पेट्रोल पंप संचालकों का कहना है कि राजस्थान के पड़ोसी राज्यों में सस्ता होने की वजह से यहां कम बिक रहा है। सीमावर्ती जिलों के पेट्रोल पंपों पर बिक्री नहीं हो रही है।

पड़ोसी राज्यो में कम है वैट

श्रीगंगानगर से सटी पंजाब सीमा पर पेट्रोल के दाम 109.40 और डीजल 99.24 रुपये प्रति लीटर की दर पर बिक रहा है। श्रीगंगानगर पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष आशुतोष गुप्ता ने बताया कि बीकानेर संभाग में प्रतिदिन 32 करोड़ का नुकसान हो रहा है। राजस्थान में पेट्रोल पर 26 और डीजल पर 36 प्रतिशत वैट वसूला जा रहा है। जबकि पंजाब में 16 प्रतिशत, हरियाणा में 16.40 प्रतिशत, दिल्ली में 16.75 प्रतिशत और उत्तर प्रदेश में 17.48 प्रतिशत लिया जा रहा है। वहीं, डीजल पर वैट हरियाणा में 25 प्रतिशत, पंजाब में 24.79 प्रतिशत, दिल्ली में 30 प्रतिशत व उत्तर प्रदेश में 26.80 प्रतिशत है।

प्रेट्र के मुताबिक, पंजाब और हरियाणा की सीमा से लगे राजस्थान के बीकानेर में पेट्रोल पंप डीलर अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। कोविड-19 महामारी के दौरान डीजल पर लगने वाले मूल्य वर्धित कर (वैट) में तत्काल छह फीसद की कमी करना भी शामिल है। बीकानेर संभाग के चार जिलों बीकानेर, चुरू, हनुमानगढ़ और गंगानगर के अलावा झुंझुनू, पाली और जालौर जैसे कुछ और जिलों में पेट्रोल पंप भी मांगों के समर्थन में बंद रहे। जैसलमेर और नागौर के कुछ पंपों ने दो घंटे के लिए बंद करके आंशिक रूप से हड़ताल में भाग लिया। मांगों में अवैध डीजल की बिक्री पर प्रतिबंध, पंजाब और हरियाणा से तस्करी वाले डीजल पर प्रतिबंध, ईंधन के लिए एक राज्य एक मूल्य, पंजाब और हरियाणा की तर्ज पर वैट दर और कोविड के दौरान वैट में छह फीसद की कमी शामिल है। 

मांगें पूरी होने तक धरना जारी रहेगाः राजेंद्र सिंह भाटी
राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन की संचालन समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भाटी ने कहा कि मांगें पूरी होने तक धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान की तुलना में पंजाब और हरियाणा के पड़ोसी राज्यों में डीजल और पेट्रोल सस्ता है, जो डीजल तस्करी को प्रोत्साहित करता है। भाटी ने कहा कि राजस्थान-हरियाणा और राजस्थान-पंजाब सीमा पर स्थित जिलों में और इन सीमाओं के नजदीक जिलों में पेट्रोल पंप डीलरों को ईंधन दरों में अंतर के कारण नुकसान हो रहा है। उन्होंने दावा किया कि ईंधन की तुलनात्मक रूप से कम दरें पंजाब और हरियाणा से डीजल की तस्करी को बढ़ावा देती हैं, जिससे सीमा पर और सीमा के पास स्थित पंपों की बिक्री प्रभावित होती है। इन आठ जिलों में कई पंप कम कारोबार के कारण बंद हो जाते हैं। भाटी ने आरोप लगाया कि हरियाणा और पंजाब से डीजल की तस्करी की जाती है और इन जिलों में पिकअप वैन, सड़क किनारे होटलों के पास और यहां तक ​​कि डीजल की होम डिलीवरी भी की जाती है।

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