Pushkar Fair: अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले के आयोजन की मिली अनुमति

Pushkar Fair पशुपालकों और पर्यटकों के दबाव में सरकार ने अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले के आयोजन का निर्णय किया है। मेला पांच से 21 नवंबर तक आयोजित होगा। इसमें पर्यटकों व पुष्कर सरोवर में स्नान करने आने वाले लोगों के साथ ही पशुपालक भी पहुंचेंगे।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 05:35 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 05:35 PM (IST)
Pushkar Fair: अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले के आयोजन की मिली अनुमति
अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले के आयोजन की मिली अनुमति। फाइल फोटो

जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में अजमेर जिले के पुष्कर में अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले के आयोजन को आखिरकार अनुमति मिल गई है। कोरोना महामारी के कारण पिछले साल अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला रद कर दिया था। इस साल भी अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले के आयोजन को लेकर सरकार लंबे समय से निर्णय नहीं कर पा रही थी। कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए अधिकारियों का एक वर्ग और चिकित्सा विभाग मेले के आयोजन के पक्ष में नहीं था, लेकिन पशुपालकों और पर्यटकों के दबाव में सरकार ने अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले के आयोजन का निर्णय किया है। अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला पांच से 21 नवंबर तक आयोजित होगा। इसमें पर्यटकों व पुष्कर सरोवर में स्नान करने आने वाले लोगों के साथ ही पशुपालक भी पहुंचेंगे। देश और विदेश से पर्यटकों भी इस मेले में पहुंचेंगे।

पुष्कर मेले में कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश

पुष्कर मेले के चलते अभी से पुष्कर के अधिकांश होटल बुक हो गए हैं। मेले के दौरान पुष्कर सरोवर में स्नान करने भी लोग पहुंचेंगे। पशु मेले में हमेशा देशभर से पशुपालक यहां आकर पशुओं की खरीद-फरोख्त करते हैं। पशुपालन विभाग की शासन सचिव आरुषि मलिक ने जिला कलेक्टर को मेला आयोजित करने की अनुमति दी है। वहीं, पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने पर्यटकों को आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। मेले के दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। मेले में कोरोना वैक्सीन की कम से कम एक डोज लगवाने वाले ही शामिल हो सकेंगे। मास्क को अनिवार्य किया गया है। पुष्कर नगर पालिका के अध्यक्ष कमल पाठक ने कहा कि हमेशा की तरह इस बार भी दीपावली के दूसरे दिन से ही लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। इस बार सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं होंगे। मात्र पशु मेला होगा, लेकिन देशी-विदेशी पर्यटकों ने यहां आने के लिए होटल बुक कराए हैं। 

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