Corona Vaccine:राजस्थान में मेवात क्षेत्र के लोग नहीं लगवा रहे वैक्सीन
Corona Vaccine प्रतिदिन सुबह नौ से शाम छह बजे तक लगने वाले कैंप में बहुत कम संख्या में वैक्सीनेशन हो रहा है। ऐसे में अब सरकार ने स्वयंसेवी संगठनों के माध्यम से मेवात के लोगों को समझाने की योजना बनाई है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान के मेवात इलाके में लोग वैक्सीन लगवाने के लिए तैयार नहीं हैं। भरतपुर और अलवर जिलों के मेवात इलाकों में लोगों के वैक्सीन नहीं लगवाने के कारण प्रशासन परेशान है। राज्य सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग को जल्द से जल्द करीब 70 फीसद आबादी का वैक्सीनेशन करना है। जिससे कोरोना की तीसरी लहर आने से पहले लोगों में इम्युनिटी विकसित हो जाए, लेकिन मेवात इलाकों के लोग यह बात समझने को तैयार नहीं हैं। चिकित्सा विभाग गांवों में जाकर वैक्सीनेशन कैंप तो लगाता है, लेकिन वहां लोग नहीं पहुंच रहे हैं। प्रतिदिन सुबह नौ से शाम छह बजे तक लगने वाले कैंप में बहुत कम संख्या में वैक्सीनेशन हो रहा है। ऐसे में अब सरकार ने स्वयंसेवी संगठनों के माध्यम से मेवात के लोगों को समझाने की योजना बनाई है। चिकित्सा विभाग के कर्मचारी भी मेवात समाज के लोगों के बीच जाकर वैक्सीन लगवाने में जुटे हैं।
जानकारी के अनुसार, राज्य में सबसे कम वैक्सीनेशन भरतपुर और सबसे ज्यादा सीकर जिले में हुआ है। चिकित्सा मंत्री डा. रघु शर्मा ने जिला कलेक्टर को वैक्सीनेशन के काम में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। राजस्थान में पिछले 40 दिन से कोरोना महामारी के कारण एक भी मौत नहीं हुई है। चिकित्सा विभाग के अधिकारियों का दावा है इस मामले में राजस्थान देश का एकमात्र राज्य है। चिकित्सा मंत्री का कहना है कि कोरोना से हुई मौतों का आडिट करवाने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य है। उधर, सरकार के गृह विभाग ने बुधवार को एक आदेश जारी कर धाíमक, सामाजिक, राजनीतिक कार्यक्रमों, जुलूस और प्रदर्शन पर रोक लगा दी है।
गौरतलब है कि देश में कोरोना के मामले फिर से बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के 43,263 नए मामले सामने आए हैं। एक दिन पहले देश में 37,875 नए मामले सामने आए थे। 43,263 नए मामलों के साथ ही कुल मामलों की संख्या 3.31 करो़ड़ हो गई है, जबकि सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 3,93,614 हो गई है। पिछले कई दिनों से केरल से सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान वहां से 30,196 मामले सामने आए।