Rajasthan: पदोन्नति के दिन ही रिश्वत लेते पकड़ी गई पटवारी
Rajasthan एसीबी प्रतापगढ़ की टीम ने बुधवार को निम्बाहेड़ा तहसील कार्यालय से कोटड़ी कला की पटवारी जाहिदा परवीन को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। बुधवार सुबह जारी पदोन्नति सूची में पटवारी जाहिदा राजस्व निरीक्षक (गिरदावर) पदोन्नत हुई है।
उदयपुर, संवाद सूत्र। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) प्रतापगढ़ की टीम ने बुधवार को निम्बाहेड़ा तहसील कार्यालय से कोटड़ी कला की पटवारी जाहिदा परवीन को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। बुधवार सुबह जारी पदोन्नति सूची में पटवारी जाहिदा राजस्व निरीक्षक (गिरदावर) पदोन्नत हुई है।
एसीबी सूत्रों ने बताया कि पटवारी जाहिदा ने नामांतरण खोलने के एवज में रिश्वत राशि ली थी। जिसके पास किशनपुर पटवार हलके का भी अतिरिक्त चार्ज था। कोटड़ी कला पटवार क्षेत्र के सेमलिया निवासी विजेश रेगर ने पटवारी जाहिदा परवीन पत्नी मोहम्मद अयूब खान के खिलाफ रिश्वत मांगे जाने की शिकायत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो प्रतापगढ़ में की थी।
जिसमें परिवादी ने बताया था कि उसकी बुआ ने छह महीने पहले उसके पिता नंदलाल रैगर और चाचा रमेश रैगर के नाम पर कृषि भूमि की रजिस्ट्री करवाई गई थी। जिसका म्यूटेशन यानी नामांतरण खोला जाना था। रजिस्ट्री के बाद म्यूटेशन खुलवाने के लिए परिवादी विजेश रैगर ने पटवारी जाहिदा परवीन से मुलाकात की थी, जिसके एवज में उसने पांच हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी। सत्यापन के बाद एसीबी प्रतापगढ़ की टीम ने बुधवार को ट्रेप की कार्रवाई की। एसीबी प्रतापगढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोवर्धन लाल खटीक का कहना है कि आरोपित को गिरफ्तार कर रिश्वत में ली पांच हजार रुपये राशि उसके कुर्ते की जेब से बरामद कर ली। गुरुवार को उसे उदयपुर की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।
रिश्वत के मामले में चित्तौड़ का एएसआई गिरफ्तार, जेल भेजा
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो चित्तौड़गढ़ ने ढाई साल पुराने मामले में कपासन थाने के तत्कालीन एएसआई लक्ष्मण सिंह को गिरफ्तार किया है। बुधवार को उसे उदयपुर की विशेष अदालत में पेश किया गया। पीठासीन अधिकारी ने उसे न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के आदेश दिए। बताया गया कि एएसआई पर वर्ष 2018 में रिश्वत मांगने का आरोप लगा था, लेकिन एसीबी की कार्रवाई का भनक लगने के बाद उसने रिश्वत की राशि नहीं ली। हालांकि एसीबी ने मामले को जांच में रखा। सत्यापन के समय ली गई डिजिटल वॉइस को एसीबी ने सबूत के तौर पर लिया गया था लेकिन जांच के दौरान आरोपित ने अपना वॉयस सेम्पल देने से मना कर दिया। जांच की कार्रवाई में अन्य कई सबूत मिलने पर मंगलवार को एसीबी ने आरोपित लक्ष्मण सिंह को गिरफ्तार किया था।