Shortage Of Oxygen: मांग के अनुसार नहीं मिल रही ऑक्‍सीजन, प्रत्येक तीसरे कोरोना मरीज को पड़ रही है जरूरत

Shortage Of Oxygen राजस्‍थान में कोरोना का महामारी घातक होती जा रही है जिसके चलते ऑक्‍सीजन की भारी कमी हो रही है। यहां मांग के अनुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है प्रतिदिन जरूरत 250 टन और मिल रही है 100 टन।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 12:40 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 12:40 PM (IST)
Shortage Of Oxygen: मांग के अनुसार नहीं मिल रही ऑक्‍सीजन, प्रत्येक तीसरे कोरोना मरीज को पड़ रही है जरूरत
राजस्थान में प्रत्येक तीसरे मरीज को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है।

जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में कोरोना महामारी की दूसरी लहर इतनी घातक हो गई कि प्रत्येक तीसरे मरीज को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है। संक्रमण सीधे फेंफड़ों की ऑक्सीजन लेने की क्षमता को क्षीण कर रहा है । दूसरी लहर में एक्टिव केस एक लाख पार कर गए। ऐसे में प्रदेश में इतनी ऑक्सीजन नहीं है कि इतनी बड़ी संख्या में मरीजों के लिए पूर्ति की जा सके। ऑक्सीजन की किल्लत से कोरोना मरीज मुश्किल में आ सकते हैं। अभी करीब 250 टन ऑक्सीजन की जरूरत है। लेकिन 100 टन के करीब ऑक्सीजन मिल रहा है। बढ़ते मरीजों के कारण प्रतिदिन ऑक्सीजन की जरूरत 10 से 20 टन लगातार बढ़ रही है।

 प्रतिदिन 250  टन ऑक्सीजन की जरूरत 

ऑक्सीजन और रेमडेसिवर इंजेक्शन की बढ़ती मांग व कम होती आपूर्ति को लेकर चिकित्सा मंत्री डॉ.रघु शर्मा ने एक बार फिर केंद्र सरकार से सप्लाई बढ़ाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा तत्काल 120  टन मेडिकल ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि राज्य को अभी 100 मैट्रिक टन भी रोजाना आपूर्ति नहीं हो पा रही है,जबकि जरूरत प्रतिदिन 250 टन ऑक्सीजन की जरूरत है। बढ़ते मरीजों को देखते हुए अशोक गहलोत सरकार ने निजी अस्पतालों में 50 फीसदी बेड कोविड मरीजों के लिए आरक्षित कर दिए हैं। पहले ये 25 फीसदी ही थे। 

 रेमडेसिवर इंजेक्शन की बढ़ी मांग 

अगर संक्रमण बढ़ने की रफ्तार यही रही तो इस माह के अंत तक ऑक्सीजन का उपभोग 350 टन प्रतिदिन तक पहुंच सकता है। इसी बीच कोरोना पीड़ितों के उपचार में काम आने वाली महत्वपूर्ण दवा रेमडेसिवर इंजेक्शन की मांग बढ़ी है। प्रदेश में पीड़ितों की संख्या बढ़ने पर पिछले दो सप्ताह में 1 लाख 5 हजार इंजेक्शन खरीदने के आदेश तीन बड़ी कंपनियों को दिए गए हैं। लेकिन अब तक 18000 के करीब इंजेक्शन ही मिले हैं। 

 बढ़ायी गई बेड की क्षमता 

जयपुर स्थित प्रदेश के सबसे बड़े राजस्थान मेडिकल हेल्थ विवि.में बेड्स की क्षमता 1200 से बढ़ाकर 1400 की गई है। जयपुरिया अस्पताल में भी बेड बढ़ाए गए है। सवाईमानसिंह  में नया कोविड सेंटर बनाया गया है। संभागीय मुख्यालयों पर जिला अस्पतालों व मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में बेड्स की संख्या बढ़ाई गई है। सरकार ने ऑसीजन सिलेंडर और जीवनदायिनी दवाओं कर कालाबाजारी रोकने के लिए 4 सदस्यीय टीम गठित की है।

 इंजेक्शन और दवाओं की कालाबाजारी बढ़ी

कोरोना संक्रमण में संजीवनी माने जाने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन,एजिथ्रोमाइसिन सहित अन्य आवश्यक दवाओं की कालाबाजारी बढ़ गई है । इसको देखते हुए पुलिस और चिकित्सा विभाग की संयुक्त टीमें छापेमारी कर रही है। एक दिन पहले इस टीम ने जयपुर के पांच दर्जन मेडिकल स्टोर्स पर छापेमार कर गुडगांव से 2200 में खरीदे गए इंजेक्शन 15000 रूपए में बेचे जा रहे थे । इस मामले में 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है । बुधउदयपुर में एक निजी मेडिकल कॉलेज के दो स्टूडेंट्स को इंजेक्शन की कालाबाजारी के आरोप में गिरफ्तार किया गया। उधर भाजपा विधायक व पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने आरोप लगाया कि गहलोत सरकार रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी रोकने में नाकाम साबित हो रही है ।

chat bot
आपका साथी