Farmers Protest: कृषि कानूनों का विरोध मिटाने के लिए केंद्र का रवैया सकारात्मकः ओम बिरला

Farmers Protest ओम बिरला ने कहा कि केंद्र सरकार की किसान संगठनों से सकारात्मक वार्ता जारी है। दोनों ही पक्ष समस्या समाधान की दिशा में लगे हुए हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि यह विषय सरकार और किसानों का है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 08:19 PM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 08:55 PM (IST)
Farmers Protest: कृषि कानूनों का विरोध मिटाने के लिए केंद्र का रवैया सकारात्मकः ओम बिरला
कृषि कानूनों का विरोध मिटाने के लिए केंद्र का रवैया सकारात्मकः ओम बिरला। फाइल फोटो

उदयपुर, संवाद सूत्र। Farmers Protest: निजी यात्रा पर उदयपुर पहुंचे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का कहना है कि कृषि कानूनों का विरोध मिटाने के लिए केंद्र सरकार का रवैया सकारात्मक रहा है। उन्हें यकीन है जल्द ही समाधान निकलेगा। पत्रकारों से बातचीत में बिरला ने कहा कि केंद्र सरकार की किसान संगठनों से सकारात्मक वार्ता जारी है। दोनों ही पक्ष समस्या समाधान की दिशा में लगे हुए हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि यह विषय सरकार और किसानों का है। सदन में जब विधेयक आए तो सभी विचारधारा के दलों के सदस्यों ने पांच घंटे 42 मिनट तक बहस की थी। सभी को अपनी बात रखने के लिए पर्याप्त अवसर दिए गए। प्रतिपक्ष के सदस्यों ने वाकआउट भी किया, लेकिन उन्होंने सदन के माध्यम से अपनी बात अवश्य रखी थी।

कोरोना कम हुआ लेकिन खत्म नहीं, सतर्क व सुरक्षित रहें

लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना का प्रभाव घटा है और संक्रमित रोगियों की संख्या में लगातार गिरावट आई है, लेकिन अभी यह समाप्त नहीं हुआ है। लोगों को अभी भी सतर्क और सुरक्षित रहना होगा। लोगों को कोरोना से बचने के लिए वे सभी उपाय करने चाहिए, जो अभी जरूरी है।

बजट सत्र 29 जनवरी से

लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने बताया कि लोकसभा का बजट सत्र का पहला चरण 29 जनवरी से शुरू होगा और पंद्रह फरवरी तक चलेगा। जबकि दूसरा चरण का बजट सत्र आठ मार्च से आठ अप्रेल तक चलेगा। उन्होंने बताया कि जनता की अपेक्षाओं, उम्मीदों को पूरा करने के लिए लोकतांत्रिक परंपरा मजबूती से जारी है। लोगों की समस्याओं को सदन के माध्यम सरकार तक पहुंचाने का काम हम करते हैं। हर विषय पर बातचीत, संवाद कराने की कोशिश रहती है। भारत का लोकतंत्र विश्व में सबसे सशक्त है। हमारा संविधान हमें मजबूत लोकतंत्र की दिशा में ले जाने का काम करता है। देश में सभी पंचायत, पंचायत समितियों, नगर पालिकाओं तथा जिला परिषदों को सशक्त बनाने का अभियान चलाया गया है। वैदिक काल से ही लोकतंत्र हमारी दिनचर्या में शामिल हैं। न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका को मजबूत कनाने पर काम कर रहे हैं।

सुभाष चंद्र बोस के योगदान को जानेगी जनता

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस से मनाए जाने

से निश्चित तौर पर नई पीढ़ी जो उनके बारे में नहीं जानती वह उनके पराक्रम और देश के लिए योगदान को जान पाएगी। भावी पीढ़ी को पता चलेगा कि किस तरह नेताजी ने देश के नौजवानों को आंदोलित करने का प्रयास कर देश ही नहीं, बल्कि विश्व के हर हिस्से को आजादी की लड़ाई के लिए जाग्रह किया था। सरकार का प्रयास है कि जिन महान नेताओं का आजादी में योगदान रहा, उनके किए कार्यों, विचारों, योगदान को भावी पीढ़ी याद करे और उनमें देश प्रेम की भावना जाग्रह हो सकें।

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