Rajasthan: राजस्थान के सांवलिया सेठ में हर घंटे एक लाख 11 हजार रुपए से अधिक का चढ़ावा

दान राशि की गिनती में छह करोड़ 6 करोड़ 48 लाख 11 हजार 500 रुपए की नकदी के अलावा एक करोड़ 49 लाख 65 हजार 778 रुपए चढ़ावा तो ऑनलाइन मिल चुका।सिक्कों की गिनती अभी जारी हैजो पांच लाख रुपए से अधिक होने के बारे में बताया जा रहा है।

By Priti JhaEdited By: Publish:Mon, 09 Aug 2021 11:34 AM (IST) Updated:Mon, 09 Aug 2021 11:34 AM (IST)
Rajasthan: राजस्थान के सांवलिया सेठ में हर घंटे एक लाख 11 हजार रुपए से अधिक का चढ़ावा
चित्तौड़गढ़ जिले के सांवलिया सेठ मंदिर में चढ़ावा राशि की गिनती तथा भगवान को समर्पित चांदी की पोशाक।

उदयपुर, संवाद सूत्र। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित देश के प्रसिद्ध कृष्णधाम सांवलिया सेठ के मंदिर में हर घंटे एक लाख 11 हजार रुपए से अधिक की दान राशि मिलती है। एक महीने के दौरान मिली दानराशि की गिनती अभी जारी है और आठ करोड़ रुपए से अधिक की दान राशि मिल चुकी है। इसके अलावा स्वर्ण और चांदी के जेवरात भी दान में मिले हैं।

सोमवार सुबह तक जारी दान राशि की गिनती में छह करोड़ 6 करोड़ 48 लाख 11 हजार 500 रुपए की नकदी के अलावा एक करोड़ 49 लाख 65 हजार 778 रुपए चढ़ावा तो ऑनलाइन मिल चुका है। इसके अलावा सिक्कों की गिनती अभी जारी है, जो पांच लाख रुपए से अधिक होने के बारे में बताया जा रहा है। इसके अलावा श्रद्धालुओं ने भगवान सांवलिया सेठ को सोने और चांदी के जेवरात भी भेंट किए हैं। भंडार में श्रद्धालुओं ने 83 ग्राम सोना व 2 किलो 730 ग्राम चांदी के जेवरात समर्पित किए, इसके अलावा कार्यालय में 21 ग्राम 960 मिलीग्राम सोना, 7 किलो 119 ग्राम चांदी के जेवरात चढ़ावे में मिले।

नागौर के श्रद्धालु ने भेंट की चांदी की पोशाक, इस साल नहीं हुआ ब्रह्म भोज

भगवान सांवलिया सेठ को नागौर के एक श्रद्धालु ने 3 किलो 218 ग्राम चांदी की पोशाक भेंट की। जिस पर सोने की पॉलिश की हुई है। हरियाली अमावस्या पर इसी पोशाक से भगवान सांवलियाजी का श्रृंगार किया हरियाली अमावस्या पर सांवलियाजी मंदिर प्रबंधन की ओर से ब्रह्म भोज का आयोजन होता आया है, जिसमें वह दस से पंद्रह हजार लोगों को भोज कराते हैं। कोरोना गाइड लाइन की पालना में इस साल यह भोज रद्द कर दिया गया। इस साल मालपुए बनाने के बाद आसपास के सभी मंदिरों में वह भोग भेजा गया।

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