Rajasthan: निमंत्रण पत्र पर छपवाए तीन सौ नाम, प्रशासन ने थमाया नोटिस; 50 से अधिक की मौजूदगी पर जुर्माना

Rajasthan जोधपुर के फलौदी में एक सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्य के बेटे बेटी की शादी में स्वागतकर्ता के रूप में तीन सौ एक नाम लिखे गए। प्रशासन ने कार्ड छपवाने वाले व्यक्ति को 17 सीसीए के तहत नोटिस जारी किया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 06:29 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 06:29 PM (IST)
Rajasthan: निमंत्रण पत्र पर छपवाए तीन सौ नाम, प्रशासन ने थमाया नोटिस; 50 से अधिक की मौजूदगी पर जुर्माना
निमंत्रण पत्र पर छपवाए तीन सौ नाम, प्रशासन ने थमाया नोटिस। फाइल फोटो

जोधपुर, संवाद सूत्र। Rajasthan: पश्चिमी राजस्थान और विशेषकर मारवाड के ग्रामीण क्षेत्र में शादी के निमंत्रण पत्र पर बड़ी संख्या में रिश्तेदारों सहित कई लोगों के नाम छपवाने की परंपरा रही है। यहां पर लोग बड़ी संख्या में अपने जान- पहचान वाले लोगों के नाम छपवाते हैं। जितने अधिक नाम उतना ही अधिक रसूख माना जाता है, इसे छपवाने वाले का। लेकिन यहीं रसूख अब कोरोना काल मे आफत भी साबित हो रहा है। जोधपुर के फलौदी में एक सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्य के बेटे बेटी की शादी में स्वागतकर्ता के रूप में तीन सौ एक नाम लिखे गए। कोरोना काल में लगी पाबंदियों के बीच ये निमंत्रण पत्र इंटरनेट मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। इसके बाद प्रशासन ने पहले तो कार्ड छपवाने वाले व्यक्ति को 17 सीसीए के तहत नोटिस जारी किया, वही आयोजन के दिन भोज के दौरान भी पचास से अधिक व्यक्ति पाए जाने पर पच्चीस हजार रुपये का जुर्माना लगा दिया। कार्ड छपवाने वाले सरकारी स्कूल के प्रधानाध्यापक मोहनलाल विश्नोई ने इसे अपने खिलाफ राजनीति द्वेष से की गई प्रताड़ना बताया है।

राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय हरजी गोदारों की ढाणी पडियाल के प्रधानाध्यापक मोहनलाल विश्नोई के बेटे व बेटी का मुकलावा (गौना) पर आयोजित भोज के लिए निमंत्रण पत्र छपवाया गया, जो कि अन्य शादियों के निमंत्रण पत्र की तरह साधारण कार्ड ही था, लेकिन कोविड नियमो के तहत 50 से अधिक लोगों को नही बुलाने के आदेश के कारण ये सुर्खियों में आ गया। इस पर राजनेताओं, पुलिस प्रशासन व समाज से जुड़े लोगो के तीन सौ एक नाम अंकित थे। यह कार्ड इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद प्रशासन भी हरकत में आया। उन्होंने पहले आयोजनकर्ता को नोटिस जारी किया। वहीं, बुधवार को होने वाले समारोह में प्रशासन ने मौके पर 50 से अधिक लोगो के होने पर 25000 रुपये की रसीद काट दी।

प्रशासन ने ये लिखा नोटिस में

फलोदी एसडीएम यशपाल आहुजा ने कार्ड छपवाने वाले व्यक्ति को 17 सीसीए के तहत आरोप पत्र जारी किया, पत्र में कहा गया कि प्रीतिभोज व विवाह आशीर्वाद समारोह के लिए छपवाए गए आमंत्रण पत्र में करीब तीन सौ स्वागतकर्ताओं के नाम हैं। कोविड गाइड लाइन के मुताबिक, विवाह समारोह में 50 से अधिक व्यक्तियों को आमंत्रित नहीं किया जा सकता। एसडीएम को भी ना तो विवाह की सूचना दी है और ना ही स्वीकृति के लिए आवेदन किया है। आरोप पत्र में कहा गया कि राजकीय सेवक होने के नाते आपसे व अपेक्षा की जाती कि आप कोरोना गाइडलाइन की पालना करेंगे। इस निमंत्रण पत्र से स्पष्ट होता है कि आपने कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन किया गया है। यह कृत्य कर्तव्य के प्रति लापरवाही कोविड गाइडलाइन के तहत सरकार के आदेशों की अवज्ञा तथा गंभीर दुराचरण का प्रतीक है।

लगाया पच्चीस हजार का जुर्माना

एसडीएम के निर्देश पर बीडीओ ललित गर्ग ने मोटाई में प्रधानाध्यापक मोहनलाल विश्नोई के पुत्र व पुत्री की शादी के आयोजन स्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय वहां पर 50 से अधिक लोग एकत्रित पाए गए। फलोदी पंचायत समिति के बीडीओ ने बुधवार को मोटाई में आयोजित समारोह का निरीक्षण किया और वहां 50 से अधिक व्यक्ति पाए जाने पर विवाह आयोजक को 25 हजार रुपये का जुर्माना वसूल किया। ललित गर्ग ने आयोजक को तुरंत 50 से अधिक व्यक्तियों को कार्यक्रम स्थल से हटाने के लिए पाबंद किया था।

आयोजकों ने बताया राजनीतिक द्वेष का परिणाम, नोटिस व जुर्माना से आहत

मोहनलाल ने कहा कि राजनीतिक विद्वेश से मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है। मारवाड़ में कार्ड पर अधिक से अधिक लोगों के नाम लिखवाने की परंपरा रही है। यदि ये सभी लोग शादी स्थल पर एक साथ मौजूद हो तो नियमों के तहत जुर्माना किया जा सकता है, लेकिन सिर्फ नाम छपवाने पर नोटिस जारी किया जाना समझ से परे है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में आज भी चार-पांच स्थान पर बड़े आयोजन हो रहे हैं। उनके कार्ड में भी बड़ी संख्या में नाम लिखे हुए हैं, लेकिन उन्हें कोई नोटिस जारी नहीं किया गया। प्रशासन को सभी के साथ समान व्यवहार करना चाहिए। 

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