Rajasthan : उत्तर पश्चिम रेलवे चलाएगा 10 निजी ट्रेनें, रेलवे अफसरों में सूची को लेकर चर्चा

रेल मंत्रालय की तरफ से भी साफ हो गया है कि देशभर में अलग-अलग ज़ोन में निजी ट्रेनें चलाई जाएंगी लेकिन किस जोन के हिस्से में कितनी ट्रेनें आएंगी ये अभी साफ नहीं हुआ है।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Fri, 10 Jul 2020 09:26 AM (IST) Updated:Fri, 10 Jul 2020 09:26 AM (IST)
Rajasthan : उत्तर पश्चिम रेलवे चलाएगा 10 निजी ट्रेनें, रेलवे अफसरों में सूची को लेकर चर्चा
Rajasthan : उत्तर पश्चिम रेलवे चलाएगा 10 निजी ट्रेनें, रेलवे अफसरों में सूची को लेकर चर्चा

जयपुर, जागरण संवाददाता। देशभर में ट्रेनों के निजीकरण को लेकर बहस छिड़ी है। रेल मंत्रालय की तरफ से भी साफ हो गया है कि देशभर में अलग-अलग ज़ोन में निजी ट्रेनें चलाई जाएंगी, लेकिन किस जोन के हिस्से में कितनी ट्रेनें आएंगी ये अभी साफ नहीं हुआ है। इसी बीच उत्तर पश्चिम रेलवे जो में चलने वाली संभावित ट्रेनों की सूची राजस्थान रेलवे के अधिकारियों को मिली है।

अधिकारी इस बारे में अधिकारिक रूप से बोलने को तैयार नहीं है, लेकिन जानकारी के अनुसार जो निजी ट्रेन इस जोन में चलाई जानी है उनमें जयपुर से मुंबई, अजमेर से दिल्ली, जयपुर से बेंगलुरू, जयपुर से जैसलमेर, जयपुर से वैष्णोदेवी, कोटा से अजमेर, जोधपुर से चेन्नई, जोधपुर से साबरमती, जोधपुर से दिल्ली शामिल है ।

10 ट्रेनों का यह रूट अप-डाउन मिलाकर 20 रेल सेवाओं में तब्दील हो जाएगा। ट्रेनों का यह शिड्यूल संभावित है और समय आने पर इसे घटाया या बढ़ाया जा सकता है। निजीकरण के बाद ट्रेनों की स्पीड को भी वर्तमान के मुकाबले बढ़ाया जाएगा। इससे ट्रेनों के पहुंचने के समय में भी तेजी आएगी।

जानकारी के अनुसार देशभर में ट्रेनों के निजीकरण को लेकर बहस छिड़ी है। रेल मंत्रालय की तरफ से भी साफ हो गया है कि देशभर में अलग-अलग ज़ोन में निजी ट्रेनें चलाई जाएंगी, लेकिन किस जोन के हिस्से में कितनी ट्रेनें आएंगी ये अभी साफ नहीं हुआ है। इसी बीच उत्तर पश्चिम रेलवे जो में चलने वाली संभावित ट्रेनों की सूची राजस्थान रेलवे के अधिकारियों को मिली है। निजी ऑपरेटर शुल्क में बढ़ोतरी करेंगे, इसके तहत फ्लाइट की तर्ज पर लगेज या बैगेज में अतिरिक्त भार होने पर अतिरिक्त शुल्क देना होगा। इसके अलावा ट्रेन में मिलने वाली सुविधाओं में च्वाइस भी दी जाएगी। रिजर्वेशन आसानी से मिल सकेगा और ज्यादा पैसे लगने पर सुविधाएं भी उसी हिसाब से मिलेंगी। इसके कारण रेलयात्री को गंतव्य स्थान तक पहुंचने में किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। 

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