Rajasthan Lockdown: ऑक्सीजन परिवहन के लिए टैंकर नहीं, लेकिन परिवहन मंत्री ने दी सुप्रीम कोर्ट जाने की चेतावनी
संसाधनों की कमी से जूझती राजस्थान सरकार केंद्र सरकार पर ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाने की मांग कर रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मीडिया के माध्यम से केंद्र पर लगातार दबाव बना रहे हैं। सीएम गहलोत का कहना है कि एक्टिव मरीजों के हिसाब से ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाया जाना चाहिए।
जागरण संवाददाता, जयपुर। तेजी से फैलती कोरोना महामारी के कारण ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए काफी मुश्किल हो रही है। लगातार हालात बिगड़ते जा रहे हैं। संसाधनों की कमी से जूझती राजस्थान सरकार केंद्र सरकार पर ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाने की मांग कर रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मीडिया के माध्यम से केंद्र पर लगातार दबाव बना रहे हैं। सीएम गहलोत का कहना है कि एक्टिव मरीजों के हिसाब से ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाया जाना चाहिए।
राजस्थान देश का चौथा सबसे ज्यादा कोरोना एक्टिव मामलों वाला प्रदेश है। परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावाास ने तो ऑक्सीजन की कम आपूर्ति के मामले में सुप्रीम कोर्ट में जाने की चेतावनी तक दे दी है। एक बातचीत में खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान काे उसके हिस्से की ऑक्सीजन नहीं मिल रही। लेकिन हकीकत यह है कि राज्य सरकार के पास मेडिकल ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए पर्याप्त संसाधन ही नहीं है। मेडिकल ऑक्सीजन सप्लाई के लिए राजस्थान के पास मात्र 25 कायोजेनिक टैंकर ही उपलब्ध है, जो कि देश का एक फीसदी ही है।
राज्य सरकार केंद्र से टैंकरों की मदद मांग रही है। बर्नपुर, भिवाड़ी, पानीपत, जामनगर, कलिंगनगर से ऑक्सीजन राजस्थान के विभिन्न जिलों में पहुंचाने को लेकर काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। इसी बीच रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार रेलवे ट्रैक पर ग्रीन कोरिडोर बनाकर लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के टैंकर अलग-अलग जिलों में पहुंचाए गए हैं। 20 ट्रेन से जयपुर, अजमेर, बीकानेर,कोटा व जोधपुर रेलवे मंडल के जिलों में ऑक्सीजन टैंकर पहुंचाए गए हैं।
रेलवे के डिप्टी जीएम शशि किरण ने बताया कि राजस्थान सहित देश के 12 राज्यों में 265 ट्रेनों से 500 ऑक्सीजन टैंकर पहुंचाए गए हैं। इनमें 72 राजस्थान, 2210 उत्तरप्रदेश, 462 महाराष्ट्र 408 मध्यप्रदेश, 1228 हरियाणा, 308 तेलंगाना, 80 उत्तराखंड,120 कर्नाटक और 80 तमिलनाडु एवं 2950 मैट्रिक टन ऑक्सीजन दिल्ली तक पहुंचाई गई है। शशि किरण का कहना है कि जरूरत के अनुसार रेलवे जरूरतमंदों तक आॉक्सीजन पहुंचाने में मदद करता रहेगा।