Rajasthan: बाड़मेर में मां ने दो बच्चों सहित खुद भी खाया विषाक्त, तीनों की मौत
Suicide In Barmer बाड़मेर जिले में एक महिला ने अपने दो बच्चों के साथ आत्महत्या कर ली। मां ने पहले अपने बेटा बेटी को विषाक्त पदार्थ खिलाया और उसके बाद स्वयं खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। घटना बाड़मेर जिले के गिड़ा थाना क्षेत्र के बाटाडू गांव की है।
जोधपुर, संवाद सूत्र। राजस्थान में जोधपुर संभाग के बाड़मेर जिले में एक महिला ने अपने दो बच्चों के साथ आत्महत्या कर ली। मां ने पहले अपने बेटा बेटी को विषाक्त पदार्थ खिलाया और उसके बाद स्वयं खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। घटना बाड़मेर जिले के गिड़ा थाना क्षेत्र के बाटाडू गांव की है। घटना के समय परिवार के लोग किसी कार्यक्रम में भाग लेने बाहर गए थे। लौटने पर उन्हें इस घटना की जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई। बाड़मेर की गिड़ा थाना पुलिस मामले में जांच कर रही है। सीमावर्ती बाड़मेर जिले में सामूहिक आत्महत्याओं की घटनाओं का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार रात को चंपादेवी पत्नी लीच्चाराम नामक महिला ने विषाक्त खाने के बाद अपने पांच वर्षीय मासूम बेटे कैलाश व तीन वर्षीय मासूम बेटी पुष्पा को विषाक्त खिला दिया।
इसके बाद महिला चंपा देवी की मौके पर ही मौत हो गई व दोनों मासूम बच्चों की हालत गंभीर है। उन्हें बाड़मेर जिला अस्पताल लाया गया, यहां पर मासूम कैलाश की जिला अस्पताल में मौत हो गई। बेटी पुष्पा को गंभीर स्तिथि में जोधपुर रैफर किया जहां पर उसकी भी मौत हो गई। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मौके का जायजा लिया, लेकिन अभी तक घटना के कारण स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। पुलिस के अनुसार, बलूनाडा निवासी चंपा देवी का विवाह आठ वर्ष पहले लिच्चाराम के साथ हुआ था। इस मामले में गिड़ा थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है।
गौरतलब है कि राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामले बढ़े हैं। इस साल अगस्त तक महिलाओं से दुष्कर्म के 6310 और छेड़छाड़ के चार हजार से ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं। नेशनल क्राइम ब्यूरो रिकार्ड के अनुसार, साल 2020 में राज्य में दुष्कर्म के 5310 और 2019 में 5997 मामले दर्ज हुए थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस साल अगस्त तक 6310 मामले दर्ज हो चुके थे। इस साल अब तक महिलाओं से छेड़छाड़ के चार हजार से ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं, लेकिन राज्य की अशोक गहलोत सरकार अब तक महिला आयोग का गठन नहीं कर सकी है। गहलोत सरकार 17 दिसंबर को तीन साल का कार्यकाल पूरा करने जा रही है।