Rajasthan: अजमेर जेल में फिर मिले मोबाइल, काल डिटेल से खुलेंगे राज

Rajasthan अजमेर जेल की नवनियुक्त अधीक्षक सुमन मालीवाल ने जेल में रूटीन तलाशी ली। तलाशी में पांच मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। इनमें से दो एंड्रायड फोन और तीन कीपैड फोन बरामद हुए हैं। जबकि इसके साथ ही सिम चार्जर व अन्य एसेसरीज भी बरामद की गई है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 09:22 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 09:22 PM (IST)
Rajasthan: अजमेर जेल में फिर मिले मोबाइल, काल डिटेल से खुलेंगे राज
अजमेर जेल में फिर मिले मोबाइल, काल डिटेल से खुलेंगे राज। फाइल फोटो

अजमेर, संवाद सूत्र। राजस्थान में अजमेर की सेंट्रल जेल की नई जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल कार्यभार ग्रहण करते एक्शन मोड में आई। जेल की ली गई तलाशी के दौरान जेल के बैरकों में मोबाइल फोन सिम और अन्य सामग्री बरामद हुई है। इस मामले में जेल अधीक्षक के निर्देश पर सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। नवनियुक्त जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल ने जेल में रूटीन तलाशी ली। तलाशी में पांच मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। इनमें से दो एंड्रायड फोन और तीन कीपैड फोन बरामद हुए हैं। जबकि इसके साथ ही सिम, चार्जर व अन्य एसेसरीज भी बरामद की गई है। जेल प्रशासन की रिपोर्ट पर सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज करवाया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। रविवार को कार्यभार संभालने के बाद मालीवाल ने तलाशी अभियान चलाया था। उसमें 14 मोबाइल फोन, सिम कार्ड, चार्जर इयरफोन बरामद हुए थे।

सेंट्रल जेल में मिले मोबाइल फोन व सिम को लेकर सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज करवाया गया है। सिविल लाइन थाना पुलिस जेल से बरामद हुए मोबाइल फोन की काल डिटेल को चेक करेगी। उसे ही सामने आ पाएगा कि बंधुओं ने मोबाइल से कब और किससे संपर्क किया है। इससे कई राज खुलने की संभावना है। सेंट्रल जेल में पूर्व में भी कैदियों के पास से तलाशी अभियान में मोबाइल फोन आदि बरामद हुए हैं। हर बार जेल प्रशासन अधिक सख्त होने की बात करता रहा है किन्तु कैदियों का नेटवर्क अपनी सुख सुविधा के लिए जेल प्रहरियों की निगरानी से ज्यादा मजबूत रहा है।

गौरतलब है कि सितंबर में तलाशी के दौरान अजमेर जेल में बंदियों की बैरक में दो मोबाइल फोन व सिम बरामद हुए थे। इसके बाद जेल प्रशासन ने आंतरिक रूप से तलाशी अभियान में ज्यादा सक्रियता लानी शुरू कर दी है। जेल अधीक्षक प्रीति चौधरी ने बताया कि जेल में बंदी की ओर से मोबाइल फोन के उपयोग करने की जानकारी मिल रही थी, इसके लिए दो तीन बार चेकिंग भी की गई, लेकिन सफलता नहीं मिली। बंदी बंशीलाल जब अज्ञात व्यक्ति से बात कर रहा था तो उसे रंगे हाथों पकड़ा और एनरायड फोन जब्त किया और दूसरे मोबाइल की भी सूचना थी तो बंशीलाल व उसके साथी कृष्ण सिंह से इस बारे में पूछा तो उन्होंने इन्कार कर दिया। इसके बाद जेल प्रबंधन ने नान लीनियर जंक्शन डिटेक्टर की मदद से दूसरा मोबाइल भी बैरक से बरामद कर लिया जो साधारण की पेड वाला था व दो सिम भी बरामद की हैं। दोनों मोबाइल फोन को जब्त कर मामला सिविल लाइन थाने में दर्ज कराया गया है, पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 

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