मित्तल हॉस्पिटल अजमेर पर ऑक्सीजन आपूर्ति का संकट टला, प्रशासन ने ऑक्सीजन के 50 सिलेंडर भेजकर पहुंचाई तात्कालिक राहत

ऑक्सीजन आपूर्ति संकट ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने में राज्यसभा सांसद भूपेन्द्र यादव हुए सक्रिय। फिलवक्त आॅक्सीजन कंटेनर राजस्थान की राजधानी जयपुर होता हुए हरियाणा से अजमेर पहुंचेगा। इससे कोरोना संक्रमित भर्ती मरीजों ने भी राहत की सांस ली है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Tue, 04 May 2021 05:05 PM (IST) Updated:Tue, 04 May 2021 05:05 PM (IST)
मित्तल हॉस्पिटल अजमेर पर ऑक्सीजन आपूर्ति का संकट टला, प्रशासन ने ऑक्सीजन के 50 सिलेंडर भेजकर पहुंचाई तात्कालिक राहत
अब ऑक्सीजन पर सरकार का नियंत्रण है, सरकार को ऑक्सीजन उपलब्ध करानी है। तभी मरीजों का इलाज संभव हो सकेगा।

 जासं, अजमेर। अजमेर संभाग के  निजी क्षेत्र के सबसे बड़े मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में भर्ती तकरीबन एक सौ से अधिक मरीजों पर छाया सांसों का संकट मंगलवार को टल तो गया पर पूरी तरह मिटा नहीं। हाॅस्पिटल में भर्ती मरीजों की सांसों पर एकाएक गहराए संकट की घड़ी में जिला प्रशासन से लेकर केंद्रीय स्तर पर बैठे अजमेर के शुभचिंतक, मित्र एवं जनप्रतिनिधियों के प्रयासों से हाॅस्पिटल को आॅक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी एयर लिक्विड नॉर्थ इंडिया प्रा.लि. ने आश्वस्त किया कि अजमेर के लिए आॅक्सीजन का कंटेनर रवाना कर दिया गया है। फिलवक्त आॅक्सीजन कंटेनर राजस्थान की राजधानी जयपुर होता हुए हरियाणा से अजमेर पहुंचेगा। जिला प्रशासन ने हाॅस्पिटल में भर्ती मरीजों की सांसो को कायम बनाए रखने के लिए मंगलवार की सुबह 50 आॅक्सीजन सिलेंडरों की अतिरिक्त व्यवस्था की है।  इससे कोरोना संक्रमित भर्ती मरीजों ने भी राहत की सांस ली है।

 कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने अस्पताल प्रशासन से भी कहा है कि भर्ती मरीजों को परेशानी नहीं होनी चाहिए, क्योंकि मौजूदा परिस्थितियों में मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट नहीं किया जा सकता है। मालूम हो कि मित्तल अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली फर्म एयर लिक्विड नॉर्थ इंडिया प्रा.लि. ने ऑक्सीजन सप्लाई में असमर्थता जताई है। देश के ऑक्सीजन प्लांटों पर केन्द्र सरकार का नियंत्रण होने के कारण ऐसा संकट हुआ है। सरकार ने आॅक्सीजन प्लांटों के लिए राजस्थान का कोटा निर्धारित कर दिए जाने से अजमेर के मित्तल हाॅस्पिटल को आपूर्ति की जाने वाली आॅक्सीजन भी आधी ही रह गई है। वहीं उसकी उपलब्धता भी नियमित रूप से सुनिश्चित नहीं रही है।

यही वजह है कि सोमवार की शाम को भर्ती मरीजों को यह सूचना दी गई कि हाॅस्पिटल के पास उनकी सांसों को बनाए रखने हेतु आॅक्सीजन की मात्रा सीमित ही रह गई है, लिहाजा रोगियों को स्वेच्छा से अन्यत्र स्थानान्तरण का विकल्प खुला छोड़ा गया। यह सूचना आग की तरह फैलते ही समूचे देश में ओहदों पर बैठे वे लोग जो अजमेर से लगाव और जुड़ाव रखते हैं अपने अपने स्तर पर सक्रिय हो गए।

इनमें राज्य सभा सदस्य भूपेन्द्र यादव ने भी संज्ञान लिया तो मुख्य मंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उप मुख्य मंत्री सचिन पायलट, वरिष्ठ पत्रकार इन्दुशेखर पंचोली, भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी निरज भटनागर, प्रो दिव्या सिंगल सहित अनेक शुभचिंतकों ने अपनी भूमिका निभाई ओर अजमेर के लिए आॅक्सीजन पहुंचाने में सक्रियता दर्शाई। नतीजा रहा कि संबंधित फर्म से भी कुछ लिक्विड ऑक्सीजन 4 मई की रात तक उपलब्ध होने का आश्वासन मिला।

मित्तल हाॅस्पिटल प्रबंधन का कहना है कि ऑक्सीजन का संकट तात्कालिक रूप से टल जरूर गया है। लेकिन यदि ऑक्सीजन की सप्लाई आवश्यकता के अनुसार लगातार नहीं हुई तो मरीजों को भर्ती रख पाना और नए मरीजों को भर्ती करना संभव नहीं होगा। अजमेर के लोगों ने मित्तल अस्पताल की सेवाओं पर हमेशा भरोसा जताया है।  चाहते हैं कि यह भरोसा कायम रहे। सेवा करने का जज्बा बरकरार है, लेकिन ऑक्सीजन की उपलब्धता अब सरकार के नियंत्रण और क्षेत्राधिकार में है। 

मौजूदा परिस्थितियों में जबकि मरीजों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है, सेवाएं सुचारू तब ही रखी जा सकेंगी जबकि आॅक्सीजन भी नियमित और आवश्कतानुसार मिलती रहे। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में लोगों की परेशानी को देखते हुए ही संक्रमित मरीजों के लिए आईसीयू वार्ड की शुरुआत की थी, वेंटिलेटर वाले मरीज को सामान्य मरीज से प्रति घंटा कई गुना अधिक ऑक्सीजन की जरुरत होती है। चूंकि अब ऑक्सीजन पर सरकार का नियंत्रण है, इसलिए सरकार को ही ऑक्सीजन उपलब्ध करानी है। ऑक्सीजन उपलब्ध होने पर ही मरीजों का इलाज संभव हो सकेगा।

दिल्ली में भूपेन्द्र यादव सक्रिय

अजमेर के मित्तल अस्पताल को पहले की तरह ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने के लिए दिल्ली में राज्यसभा सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेन्द्र यादव सक्रिय हो गए हैं। यादव ने बताया कि उन्होंने केन्द्रीय रेल मंत्री पीयूष गायेल से दो बार बात की है। गोयल ने समस्या के समाधान का भरोसा दिलाया है। यादव ने कहा कि मित्तल अस्पताल में अजमेर जिले के ही मरीज भर्ती हैं, इसलिए जिला प्रशासन को भी सिलेंडर उपलब्ध करवाने चाहिए। प्रशासन जिस प्रकार अन्य निजी अस्पतालों को ऑक्सीजन उपलब्ध करवाता है, उसी प्रकार मित्तल अस्पताल को ऑक्सीजन उपलब्ध करवानी चाहिए। यदि कोरोना काल में संक्रमित मरीजों का इलाज मित्तल अस्पताल में होता है तो यह एक तरह से सरकार को ही सहयोग करना है।

डॉक्टरों के मोबाइल नम्बर जारी 

नेशनल मेडिकल ऑर्गेनाइजेशन की अजमेर शाखा ने जिले के 8 वरिष्ठ चिकित्सकों के मोबाइल नम्बर जारी किए हैं। शाखा के प्रतिनिधि डॉ. दीपक भाकर ने बताया कि कोरोना काल में मानसिक संतुष्टि भी अहम है। कोई चिकित्सक मरीज से अच्छी तरह बात कर ले तो आधी बीमारी का इलाज हो जाता है। इन 8 डॉक्टरों से वाट्सएप के माध्यम से निशुल्क परामर्श लिया जा सकता है। डॉ. राजेश खत्री (9460707810) सुबह 11 से 1 बजे तक तथा शाम को साढ़े पांच से सात बजे तक, डॉ. चरण सिंह (7891967931) दोपहर 12 से 2 बजे तक, डॉ. धर्मेन्द्र नागपाल (7014141901) प्रातरू 9 से 1 बजे तक, डॉ. रजनीश सक्सेना (9829113522) दोपहर 2 से 5 बजे तक, डॉ. अजय शर्मा (9414314845) सायं 5 से 7 बजे तक, डॉ. नंदलाल (9828552301) सायं 5 से 7 बजे तक, डॉ. दीपक भाकर (9461997996) सायं 7 से रात 9 बजे तक, डॉ. माधव गोपाल (9414227511) रात 10 से 11 बजे तक।

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