डूंगरपुर की मुस्कान संस्थान बालिका गृह से रात को भाग निकली नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता, बारह घंटे से ढूंढ रही पुलिस

डूंगरपुर की मुस्कान संस्थान बालिका गृह से बुधवार देर रात एक नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता भाग निकली। पुलिस लगभग बारह घंटे से उसकी तलाश में जुटी है लेकिन अभी तक उसका पता नहीं चला। दुष्कर्म पीड़िता ने भागने के लिए संस्थान की दूसरी मंजिल पर बनी खिड़की से बैडशीट को बांधा

By Vijay KumarEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 07:34 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 07:34 PM (IST)
डूंगरपुर की मुस्कान संस्थान बालिका गृह से रात को भाग निकली नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता, बारह घंटे से ढूंढ रही पुलिस
बालिका गृह से रात को भाग निकली नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता

उदयपुर, संवाद सूत्र। डूंगरपुर की मुस्कान संस्थान बालिका गृह से बुधवार देर रात एक नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता भाग निकली। पुलिस लगभग बारह घंटे से उसकी तलाश में जुटी है लेकिन अभी तक उसका पता नहीं चला। दुष्कर्म पीड़िता ने भागने के लिए संस्थान की दूसरी मंजिल पर बनी खिड़की से बैडशीट को बांधा और उसके सहारे नीचे उतरकर भाग निकली। मिली जानकारी के अनुसार घटना को लेकर बालिका गृह की केयर टेकर मनीषा पंड्या ने कोतवाली थाने को सूचित किया। जिस पर गुरुवार सुबह से उसकी तलाश जारी है।

मनीषा ने बताया कि बुधवार रात खाना खाने के बाद सभी बालिका अपने—अपने कमरों में चली गई थी। उनके सोने के बाद वह भी नीचे आकर सो गई थी। साढ़े बारह बजे तक वह जागी हुई थी लेकिन उसके बाद कब दुष्कर्म पीड़िता बालिका निकल गई, उसे पता नहीं चला। दूसरी मंजिल की खिड़की से बैड शीट रस्सी की तरह बंधी हुई थी। जिससे माना जा रहा है कि वह उसी रस्सी के सहारे नीचे उतरी और भाग निकली। जिसकी सूचना केयर टेकर सबसे पहले संस्थान के निदेशक भरत नागदा को दी थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया और केयर टेकर मनीषा के बयान लिए और उनकी ओर से परिवाद दर्ज किया।

अपने परिजनों के साथ जाने से कर दिया था इंकार

मिली जानकारी के अनुसार दुष्कर्म पीड़िता किशोरी बालिका गृह में तीस सितंबर को आई थी। उसके पिता ने दोवड़ा थाने में बेटी के अपहरण और उसके साथ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। जिसके बाद पुलिस ने बालिका को दस्तयाब करने के बाद पिता को सुपुर्द करना चाहा लेकिन उसने परिजनों के साथ जाने से इंकार कर दिया। इसके बाद उसे बाल कल्याण समिति के आदेश पर मुस्कान संस्थान के बालिका गृह में रखा जा रहा था।

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