Rajasthan: कृषि कानून के खिलाफ मंत्रियों व विधायकों का धरना, गहलोत बोले-जरूरत पड़ने पर आंदोलन में शामिल होंगे

Rajasthan राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस किसानों के साथ है जयपुर में धरना दिया जा रहा है। इसके बाद सात दिन तक जिलों व विधानसभा क्षेत्रों में जाकर मंत्री और विधायक किसानों को कृषि कानूनों के बारे में जागरूक करेंगे।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sun, 03 Jan 2021 06:14 PM (IST) Updated:Sun, 03 Jan 2021 06:14 PM (IST)
Rajasthan: कृषि कानून के खिलाफ मंत्रियों व विधायकों का धरना, गहलोत बोले-जरूरत पड़ने पर आंदोलन में शामिल होंगे
राजस्थान में कृषि कानून के खिलाफ मंत्रियों व विधायकों ने दिया धरना। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajasthan: कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में राजस्थान कांग्रेस की ओर से रविवार को 'किसान बचाओ देश बचाओ' अभियान शुरू किया गया। इसके तहत रविवार को जयपुर के शहीद स्मारक पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ मंत्रिमंडल के सदस्य,कांग्रेस विधायकों व सरकार का समर्थन कर रहे निर्दलीय विधायकों ने धरना दिया। इस दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि कांग्रेस किसानों के साथ है, जयपुर में धरना दिया जा रहा है। इसके बाद सात दिन तक जिलों व विधानसभा क्षेत्रों में जाकर मंत्री और विधायक किसानों को कृषि कानूनों के बारे में जागरूक करेंगे।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों के साथ है जरूरत पड़ने पर बॉर्डर पर आंदोलन में भी शामिल हो सकते हैं। केंद्र सरकार को निकम्मी, संवेदनहीन व नकारा बताते हुए गहलोत ने कहा कि सत्ता में ऐसे लोग आ गए हैं, जिनका न्यायपालिका पर प्रभाव है। चुनाव आयोग, सीबीआई, ईडी व आयकर विभाग इनकी जेब में है। भाजपा चुनी हुई सरकार गिराने का काम करती है। उन्होंने कहा कि जो लोग अंग्रेजों की मुखबिरी करते थे, वे आज हमें देशभक्ति का पाठ पढ़ा रहे हैं। इनके दिल में तानाशाही प्रवृति की भावना है। पायलट ने कहा कि किसानों के साथ खड़ा होना राष्ट्रवाद है ना की निकर पहनकर नागपुर में भाषण देना। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने कृषि कानून का जो फैसला किसा है, उसके दूरगामी परिणाम होंगे। आज तक भाजपा नेता यह बताने को तैयार नहीं है कि इन कानूनों की किसने मांग की थी।

गहलोत ने विधायकों के साथ बैठक की

सरकार में सुनवाई नहीं होने को लेकर कांग्रेस व सरकार का समर्थन कर रहे निर्दलीय विधायकों की सामने आ रही शिकायतों के बीच सीएम गहलोत ने विधायकों की बैठक बुलाई। इस दौरान विधायकों की समस्याएं सुनने के साथ ही उन्हें रात्रि भोज भी दिया। इससे पहले धरने में आपसी खींचतान के बीच सीएम गहलोत व पायलट लंबे समय बाद एक साथ एक मंच पर नजर आए। दोनों ने संबोधन में तो एक-दूसरे का नाम लिया, लेकिन मंच पर बैठे रहने के दौरान आपस में बातचीत नहीं की। 

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