Rajasthan: मेवाड़ को राजसमंद की बेटी भावना जाट से ओलंपिक पदक की उम्मीद
टोक्यो ओलंपिक खत्म होने से दो दिन पहले यानी छह अगस्त को भावना जाट बीस किलोमीटर की पैदल चाल प्रतियोगिता की अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में उतरेगी।राजसमंद के छोटे से गांव की बेटी भावना जाट से समूचे मेवाड़ को उम्मीद है कि वह ओलंपिक में पदक जीतकर देश का नाम रोशन करेगी।
उदयपुर, सुभाष शर्मा। राजसमंद के छोटे से गांव काबरा की बेटी भावना जाट से समूचे मेवाड़ को उम्मीद है कि वह ओलंपिक में पदक जीतकर देश का नाम रोशन करेगी। ओलंपिक रिकार्ड से चंद मिनट पीछे भावना से लोग स्वर्ण पदक जीतने की उम्मीद लगाए हुए हैं और इसके लिए यज्ञ-हवन तक कर रहे हैं।
टोक्यो ओलंपिक खत्म होने से दो दिन पहले यानी छह अगस्त को भारतीय समयानुसार शाम साढ़े चार बजे भावना जाट बीस किलोमीटर की पैदल चाल प्रतियोगिता की अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में उतरेगी। लोगों को विश्वास है कि काबरा की बेटी भावना जाट अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा जीतेगी और मेवाड़ ही नहीं देश का नाम रोशन करेगी। भावना जाट को पैदल स्पर्धा में भाग लेते काबरा ही नहीं, रेलमगरा तहसील तथा राजसमंद जिले के कई लोगों ने टीवी पर देखने के लिए पहले से ही तैयारी कर ली है। लोग उसकी जीत की दुआ के साथ हवन-यज्ञ भी कर रहे हैं।
बेंगलूरू में की थी तैयारी
भावना ने स्पोट्र्स अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया यानी साई के बेंगलूरू स्थित प्रशिक्षण केंद्र पर तैयारी की थी। 30 जून को वह टोक्यो के लिए रवाना हुई और छह अगस्त को उसे प्रतियोगिता में हिस्सा लेना है। जाने से पहले भावना ने कहा कि वह पहली बार सबसे बड़ी प्रतियोगिता में हिस्सा लेगी। उसके सामने बड़ी चुनौती है लेकिन उसे विश्वास है कि वह लोगों की उम्मीद पर खरा उतरेगी।
भावना पैदल चाल में बना चुकी है राष्ट्रीय रिकार्ड
भावना बीस किलोमीटर पैदल चाल में राष्ट्रीय रिकार्ड बना चुकी है। रांची में आयोजित सीनियर चैम्पियनशिप प्रतियोगिता में भावना ने 1 घंटा 29 मिनट 54 सैकण्ड में बीस किलोमीटर पैदल चाल का सफर पूरा कर राष्ट्रीय रिकार्ड बनाया था जो अंतराष्ट्रीय रिकार्ड से 5.16 मिनट ही पीछे है। अगर भावना इस चंद मिनटों के अंतर को मिटा देती है तो उसे स्वर्ण पदक जीतने से कोई नहीं रोक सकता। ओलंपिक में बीस किलोमीटर पैदल चाल का रिकार्ड चीन की एथलिट ब्लू होम के नाम 1 घंटा 24 मिनट 38 सैकण्ड का है।
कांटों भरे रास्तों में की थी तैयारी
भावना जाट ने दौड़ की शुरूआत गांव के खेल मैदान पर की थी। यह मैदान कांटों भरा था। स्कूल स्तर की प्रतियोगिता में श्रेष्ठ प्रदर्शन के बाद वह आगे बढ़ती रही। साल 2010 में स्कूल की तरफ से जिला स्तरीय पैदल चाल में भाग लिया। पहले प्रयास में उसका चयन राज्य स्तरीय स्पर्धा में हुआ। इसके बाद साल 2010-11 में पुणे में आयेाजित एसजीएफआई प्रतियोगिता में भाग लिया। साल 2014 में वेस्ट जोन छत्तीसगढ़ तथा आंधप्रदेश के जूनियर नेशनल लीग में जीत दर्ज की। राष्ट्रीय रिकार्ड बनाए जाने पर उसका चयन ओलंपिक के लिए हुआ था।