Rajasthan: आरएएस परीक्षा में पास नहीं हुई तो विवाहिता को घर से निकाला

Rajasthan आरएएस की परीक्षा में पास नहीं होने पर विवाहिता को घर से निकाल दिया गया। विवाहिता परीक्षा में असफल हुई तो ससुराल वालों ने कार और 10 लाख रुपये की मांग करने लग गए। आरोप है कि पति सास और ससुर ने पीड़िता के साथ मारपीट शुरू कर दी।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 03:05 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 04:09 PM (IST)
Rajasthan: आरएएस परीक्षा में पास नहीं हुई तो विवाहिता को घर से निकाला
आरएएस परीक्षा में पास नहीं हुई तो विवाहिता को घर से निकाला। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) की परीक्षा में पास नहीं होने पर विवाहिता को घर से निकाल दिया गया। विवाहिता परीक्षा में असफल हुई तो ससुराल वालों ने एक कार और 10 लाख रुपये की मांग करने लग गए। आरोप है कि परिणाम आने के बाद पति, सास और ससुर ने पीड़िता के साथ मारपीट शुरू कर दी। तीन दिन पहले उसे घर से निकाल दिया गया। राजस्थान के सूरजगढ़ जिले का यह मामला है। पीड़िता ने सूरजगढ़ पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया है। पति, सास, ससुर और दो अन्य के खिलाफ मारपीट व दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया गया है। सूरजगढ़ के वार्ड नंबर दो में रहने वाली पीड़िता ऊषा कुमारी ने पति विकास, ससुर नानगराम और सास बिमला व दो अन्य के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।

पुलिस में दर्ज करवाई गई रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता की शादी 2016 में विकास के साथ हुई थी। विकास स्थानीय कॉलेज में लेक्चरर है। शादी से पहले ऊषा ने राज्य प्रशासनिक सेवा परीक्षा 2013 की परीक्षा पास कर ली थी। इसका परिणाम 2015 में आया। दिसंबर, 2016 में मुख्य परीक्षा हुई, जिसका परिणाम पिछले दिनों आया। परिणाम में वह पास नहीं हुई तो ससुराल वालों ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। घर से बाहर निकाल दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 

गौरतलब है कि राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और राज्य के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के तीन रिश्तेदारों का चयन होने को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। तीन में से एक डोटासरा की पुत्रवधू है। साक्षात्कार में तीनों के एक समान 80-80 नंबर मिलने पर भाजपा और परीक्षा में शामिल होने वाले युवाओं ने सवाल उठाया है। लिखित परीक्षा में तीनों को 50 फीसद से भी कम अंक मिले हैं। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने एक बयान में कहा कि यह तो कमाल हो गया । एक ही परिवार के तीन सदस्यों को एक ही नंबर मिलना तो चमत्कार है। आज तक ऐसा नहीं देखा कि साक्षात्कार में परिवार के सभी लोगों के एक जैसे नंबर मिले हों। इससे साफ लगता है कि साक्षात्कार में गड़बड़ी हुई है। यह जांच का विषय है।

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