जानें कौन हैं आनंद गिरि, जिन्‍हें महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के मामले में किया गया गिरफ्तार, भीलवाड़ा से क्‍या नाता

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़ा के सचिव महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के मामले में उनके शिष्य आनंद गिरि को पुलिस ने गिरफ्तार किया है ।आनंद गिरि मूल रूप से राजस्थान में भीलवाड़ा जिले के सरेरी गांव का रहने वाला है ।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 10:37 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 10:37 PM (IST)
जानें कौन हैं आनंद गिरि, जिन्‍हें महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के मामले में किया गया गिरफ्तार, भीलवाड़ा से क्‍या नाता
जानें कौन हैं आनंद गिरि, जिन्‍हें महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के मामले में किया गया गिरफ्तार

जागरण संवाददाता,जयपुर! अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़ा के सचिव महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के मामले में उनके शिष्य आनंद गिरि को पुलिस ने गिरफ्तार किया है ।आनंद गिरि मूल रूप से राजस्थान में भीलवाड़ा जिले के सरेरी गांव का रहने वाला है । उसका असली नाम अशोक है। साल,1997 में वह 12 साल की उम्र में ही घर छोड़कर हरिद्वार चला गया था । इसके बाद वह हरिद्वार में महंत नरेंद्र गिरि का शिष्य बन गया । साल,2012 में महंत नरेंद्र गिरि के साथ वह अपने गांव सरेरी आया था । नरेंद्र गिरि ने गांव में पूरे परिवार के सामने उसे दीक्षा दिलाई थी,उसके बाद से वह अशोक से आनंद गिरि बन गया । उसके बाद वह एक बार पांच महीने पहले अपनी माताजी के निधन पर गांव आया था ।

परिजनों के अनुसार आनंद गिरि उर्फ अशोक 7वीं कक्षा में पढ़ते हुए ही हरिद्वार चला गया था । वह ब्राह्मण परिवार से है । पिता रामकिशन गांव में खेती करते हैं । एक भाई सब्जी का ठेला लगाता है । दो भाई सूरत में कबाड़ का काम करते हैं। ग्रामीणों में आनंद गिरि के प्रति काफी सम्मान है । महंत नरेंद्र गिरि की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के बाद गांव और परिवार में चिंता का माहौल है।

सुसाइड नोट में कसूरवार ठहराए गए दो अन्य लोग हिरासत में हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार पुलिस ने विशेष जांच टीम (एसआइटी) भी बना दी है। मठ में सुबह श्रद्धांजलि देने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दोषी को कानून के दायरे में सजा दिलाई जाएगी। बुधवार को पांच डाक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया जाएगा। श्री मठ बाघम्बरी में ही बुधवार को समाधि दी जाएगी।

सोमवार शाम श्री मठ बाघम्बरी गद्दी के गेस्ट हाउस स्थित कमरे में महंत नरेंद्र गिरि (60) मृत पाए गए थे। नायलान की रस्सी से बनाए गए फंदे से महंत का शव पंखे के चुल्ले से लटक रहा था। आइजी केपी सिंह ने प्रथम दृष्टया यह मामला आत्महत्या का बताया था। मौके से सुसाइड नोट भी मिला था। इसे पहले आठ पेज का सुसाइड नोट बताया गया था लेकिन सोमवार को यह तथ्य सामने आया कि यह 12 पेज का है। आइजी ने इसकी पुष्टि की है। मठ के लेटर पैड पर इसे लिखा गया है।

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