Rajasthan: उदयपुर में तेंदुए ने किया वृद्धा का शिकार
Rajasthan तेंदुए ने वृद्धा को नोच खाया। मूडी गांव की पैंसठ वर्षीया नवली बाई गमेती सोमवार को बकरियां चराने वन क्षेत्र में गई थी। उसके देर शाम तक नहीं लौटने पर परिजनों ने गोगुंदा थाने में उसके लापता होने का मामला दर्ज कराया था।
उदयपुर, संवाद सूत्र। Rajasthan: राजस्थान में उदयपुर जिले के गोगुंदा क्षेत्र के मूंडी गांव के निकट वन क्षेत्र में तेंदुए ने एक वृद्धा का शिकार कर लिया। उसका क्षत-विक्षत शव मंगलवार को बरामद हुआ। तेंदुए ने वृद्धा को नोच खाया। मूडी गांव की पैंसठ वर्षीया नवली बाई गमेती सोमवार को बकरियां चराने वन क्षेत्र में गई थी। उसके देर शाम तक नहीं लौटने पर परिजनों ने गोगुंदा थाने में उसके लापता होने का मामला दर्ज कराया था। परिजनों ने अनहोनी की आशंका जताई और बताया कि वन क्षेत्र में आदमखोर तेंदुआ भी है, जिसने दो महीने पहले एक बालिका का शिकार किया था। हालांकि उसके बाद वन विभाग ने एक तेंदुए को पकड़ने में सफलता हासिल कर ली थी। मंगलवार सुबह पुलिस को जानकारी मिली मूडी गांव के बाहर जंगल क्षेत्र में एक महिला का क्षत-विक्षत शव पड़ा है। जिसे जंगली जानवर ने नोच खाया है।
सूचना पर पुलिस तथा वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। जांच में पता चला कि तेंदुए ने उसका शिकार किया है। वन विभाग की टीम ने भी इसकी पुष्टि की है। मौके पर तेंदुए के पंजों के निशान मिले हैं। ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुआ आदमखोर बन चुका है तथा इससे पहले भी वह एक बालिका का शिकार कर चुका है। ग्रामीणों ने आदमखोर तेंदुए को तत्काल पकड़ने की मांग की हैंं। वन विभाग ने मूडी तथा समीपवर्ती वन क्षेत्र में चार पिंजरे लगवाए हैं। सहायक वन संरक्षक देवेन्द्र तिवारी ने आदमखोर तेंदुए की बात से साफ इनकार किया है। उन्होंने कहा कि वन क्षेत्र में तेंदए के हमले की घटना असामान्य नहीं है। ज्यादातर तेंदुए हमले के बाद मानव शरीर को नहीं खाते। तेंदुए ने शव को खाया है, ऐसे में इस बात की भी तहकीकात की जाएगी कि वह आदमखोर न बन जाए। फिर भी वनकर्मियों की टीमें जंगल के अंदर पैंथर का मूवमेंट पगपार्क के जरिए ट्रैक कर रहे हैं।