Jodhpur 563rd Foundation Day: 563 साल का इतिहास समेटे जोधपुर की जीवंत विरासत

Jodhpur 563rd Foundation Day कभी मारवाड़ की राजधानी रहा जोधपुर राज्य की स्थापना के साथ ही राव जोधा द्वारा बसाई गई ब्रह्मपुरी की रियासतकालीन गौरव का अंदाजा लगाया जा सकता है कि मारवाड़ के राजा भी ब्रह्मपुरी आते थे चांदपोल दरवाजे पर घोड़े से उतरकर ब्रह्मपुरी में प्रवेश करते थे।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 03:28 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 03:28 PM (IST)
Jodhpur 563rd Foundation Day: 563 साल का इतिहास समेटे जोधपुर की जीवंत विरासत
563 साल का इतिहास समेटे जोधपुर की जीवंत विरासत। फाइल फोटो

जोधपुर, रंजन दवे। Jodhpur 563rd Foundation Day: सूर्यनगरी जोधपुर अपना 563वां स्थापना दिवस मना रहा है। यहां की बसावट, मान मनुहार, अपणायत के साथ 563 साल का इतिहास समेटे जोधपुर की जीवंत विरासत है, मेहरानगढ़ किले के ठीक नीचे बसी ब्रह्मपुरी। मूल रूप से श्रीमाली समाज के ब्राह्मणों और पंडितों के निवास के रूप में प्राचीन ब्रह्मपुरी की पतली तंग गालिया, भूल भुलैया जेसी घुमावदार व नीले रंग के पारंपरिक मकानों की बस्ती शहर को असल मायने में ब्लू सिटी होने का गौरव भी प्रदान करती है। कभी मारवाड़ की राजधानी रहा जोधपुर राज्य की स्थापना के साथ ही राव जोधा द्वारा बसाई गई ब्रह्मपुरी की रियासतकालीन गौरव का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि मारवाड़ के राजा भी ब्रह्मपुरी आते थे, तब चांदपोल दरवाजे पर घोड़े से उतरकर ब्रह्मपुरी में प्रवेश करते थे।

 

मुहणोत नेणसी के अनुसार, यह ब्राह्मण वर्ग के प्रति उनके सम्मान प्रकट करने का जरिया था। मारवाड़ नरेश के योजना अनुसार, दुर्ग के सबसे नजदीक ब्राह्मण उसमे भी श्रीमालियों को बसाया गया और नााम दिया ब्रह्मपुुरी।विद्वता से भरे इस क्षेत्र का अपना गौरावशाली इतिहास रहा है। मध्य काल में वेदों के श्रुतिओ मंत्रों से आसमान गुंजायमान स्वरों में श्रीमाली घोष होता था। मारवाड़ की लिखी ख्यातों के अनुसार श्रीमाली ब्राह्मण उस समय हर कला में पारंगत हुआ करते थे। हीरे मणि की परख में, कलाकृतियों मे, ज्योतिष में, काल गणना में,राज्य के शस्त्रागार में शस्त्र पारखी, आयुर्वेद और वेद वेदांग में निपुण श्रीमाली ब्रह्मणों की पारंगता के अनुसार उनकी बसावट रही। यह बसावट आज भी ज्यों की त्यों है और देश-विदेश से आने वाले लोगों की पसंद भी है। यही वजह है कि यहां के आसपास सटे घरों की अपनायत यहां के आचार विचार संस्कार ही इस शहर को उसकी परंपरा के अनुरूप आज तक जिंदा रखे हुए हैं

हॉलीवुड और बॉलीवुड के साथ पर्यटकों की भी पसंद है ब्रह्मपुरी

जोधपुर ब्रह्मपुरी की इस अनूठी विश्व विख्यात पहचान से प्रभावित होकर दुनिया की फिल्म इंडस्ट्री हॉलीवुड से लेकर बॉलीवुड तक के कही फिल्मो की शूटिंग ब्रह्मपुरी में हुई है। हॉलीवुड की जंगल बुक, जर्मन मूवी मेटर सहित बॉलीवुड की अनगिनत फिल्मों के साथ टीवी सीरियल बालिका वधु या सीआइडी जैसे अनेको फिल्मांकन ब्रह्मपुरी में हुआ। अब प्री वेडिंग के साथ मॉडलिंग शूट भी यहां बखूबी फिल्माए जाते हैं। विश्व के श्रेष्ठ फोटोग्राफर के लिए एवरटाइम डेस्टिनेशन है। मेहरानगढ़ से ब्लूसीटी का मनमोहक नजारा यहां आए पर्यटकों को इस क्षेत्र में घूमने के लिए प्रेरित करता है।

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