Jagdeep Dhankhar In Jaipur: जगदीप धनखड़ ने कलराज मिश्र और अशोक गहलोत से की मुलाकात

Jagdeep Dhankhar In Jaipur बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राजस्थान के जयपुर में शनिवार को राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की। जगदीप धनखड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलकर उनके स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 08:59 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 08:59 PM (IST)
Jagdeep Dhankhar In Jaipur: जगदीप धनखड़ ने कलराज मिश्र और अशोक गहलोत से की मुलाकात
जगदीप धनखड़ ने अशोक गहलोत से की मुलाकात। फोटो ट्वीटर

जागरण संवाददाता, जयपुर। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ इन दिनों जयपुर दौरे पर हैं। जगदीप धनखड़ ने शनिवार को राजभवन जाकर राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की। इस दौरान कलराज मिश्र ने उन्हें भारतीय संविधान की उद्देश्यिका और मूल कर्तव्यों का चित्र भेंट किया। जगदीप धनखड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलकर उनके स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली। जगदीप धनखड़ शनिवार सुबह अपनी पत्नी के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सरकारी आवास पर पहुंचे। पिछले दिनों अशोक गहलोत के हार्ट की सर्जरी हुई है। इससे पहले जगदीप धनखड़ शुक्रवार को भाजप् के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के आवास पर पहुंचे थे।

 

गौरतलब है कि राजस्थान के पूर्व सांसद व सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता जगदीप धनखड़ झुंझुनू से 1989 से 1991 तक जनता पार्टी के सांसद थे। 2003 में वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। वे राजस्थान के किशनगढ़ से विधायक भी रह चुके हैं। इसके अलावा राजस्थान हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी उन्होंने संभाली है। वे आइसीसी इंटरनेशनल कोर्ट आफ आर्बिट्रेशन के सदस्य रह चुके हैं।  राजस्थान में जाट आरक्षण को बरकरार रखने में उनकी अहम भूमिका रही है। 

धनखड़ और ममता सरकार के बीच बेहद तल्ख रिश्ते

बंगाल का राज्यपाल बनने के बाद से ही धनखड़ और ममता सरकार के बीच बेहद तल्ख रिश्ते हैं। ममता ने राज्यपाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें भ्रष्ट व्यक्ति तक बता दिया था और कहा कि उनका नाम हवाला जैन केस में था। उन्होंने केंद्र से धनखड़ को हटाने की मांग भी दोहराई। ममता ने राज्यपाल की हाल की उत्तर बंगाल यात्रा के उद्देश्य पर सवाल उठाया और आरोप लगाया कि राज्य के उत्तरी हिस्से को विभाजित करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से ममता ने कहा, ‘‘वह (राज्यपाल) एक भ्रष्ट आदमी हैं। उनका नाम 1996 के हवाला जैन मामले के आरोप पत्र में था। केंद्र सरकार ने राज्यपाल को इस तरह से बने रहने की अनुमति क्यों दी है?” ममता ने यह भी आरोप लगाया कि चार्जशीट से नाम हटाने के लिए पहले कोर्ट को भी मैनेज किया गया।‌ इसके बाद फिर कोर्ट केस हुआ। इसका अब तक फैसला नहीं हुआ है। वहीं, दूसरी ओर राज्यपाल ने भी संवाददाता सम्मेलन करके तुरंत पलटवार किया और कहा कि मुख्यमंत्री का आरोप दुर्भाग्यपूर्ण व सत्यता से परे है।

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