Sawan Somvar 2021: सावन के पहले सोमवार पर इंद्रदेव का महादेव पर जलाभिषेक
Sawan Somvar 2021 रविवार को सावन का महीना लगने के साथ ही प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में अच्छी और भारी बरसात हुई। इधर सावन का पहला सोमवार मारवाड़ वासियों के खुशियां लेकर आया। सुबह घिर आई काली घटाओं ने जमकर पानी बरसाया
जोधपुर, संवाद सूत्र। दक्षिण पश्चिमी मानसून प्रदेश में सक्रिय हो रखा है। रविवार को सावन का महीना लगने के साथ ही प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में अच्छी और भारी बरसात हुई। इधर, सावन का पहला सोमवार मारवाड़ वासियों के खुशियां लेकर आया। सुबह घिर आई काली घटाओं ने जमकर पानी बरसाया। मानों खुद इंद्रदेव महादेव का जलाभिषेक कर रहे हो। सुबह हुई बारिश से घरों में परनाले शुरू होने के साथ ही सड़कों पर भी खूब पानी बहने लगा। मारवाड़ के पाली, जालोर, सिरोही और बाड़मेर में भी बारिश हुई। सावन के पहले सोमवार पर अलसुबह काली घटाएं छा गईं और भारी बारिश हुई। अलसुबह हुई बारिश से मौसम एक तरफ खुशनुमा हो ही गया। साथ ही, लोगों के चेहरों पर सावन के पहले सोमवार पर हुई बारिश से खुशी छा गई। अभी आसमां पर बादलों का डेरा बना हुआ है। हवा की गति तेज है। ऐसे में बादलों के ठहराव की अभी उम्मीद नहीं की जा सकती। सुबह हुई बारिश से गर्मी व उमस से काफी हद तक राहत महसूस की गई।
मंदिरों में गूंजे महाकाल के जयकारे, कन्याओं ने किया पूजन
सावन के पहले सोमवार पर शहर के शिवालयों में शिवभक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों ने भगवान शिव का ना जल से बल्कि पंचामृतों से अभिषेक किया। सुबह ही मंदिरों में कुंवारी कन्याओं और विवाहिताओं ने भगवान शिव के दर्शन के साथ ही अलग-अलग तरह से अभिषेक किया। कइयों ने व्रतोपवास भी शुरू किया है। शहर के विभिन्न मंदिरों से कोरोना से मुक्ति के लिए भी अभिषेक किया गया। कई यजमानों ने दूध, जल और शहद से शिवलिंग को नहलाया। सावन के पहले सोमवार को शहर के प्राचीन मंदिर अचलनाथ महादेव मंदिर, पीपलेश्वर महादेव मंदिर, पब्लिक पार्क स्थित महादेव मंदिर, शास्त्रीनगर स्थित महाकालेश्वर मंदिर आदि में भगवान शिव का प्रसन्न करने के लिए अभिषेक किया गया। सुबह से ही शिवालयों में हर हर महादेव की गंज सुनाई दी गई। इस अवसर पर मंदिरों में कोविड की पालना का भी ध्यान रखा गया। लोगों ने एक एक कर अभिषेक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। सुगंधित पुप्प महादेव परिवार को चढ़ाए गए। रूद्र कथाएं भी पढ़ी गई तो कई मंदिरों में शिव चालीसा पाठ का वाचन पुजारियों व भक्तों की तरफ से किया गया।