शाहपुरा में फर्जी चिकित्सक ने जानवरों के तबेले में ही खोल लिया अस्पताल, तहसीलदार ने मारा छापा

कोरोना महामारी के बीच फर्जी अस्पताल और चिकित्सकों के मामले सामने आ रहे हैं लेकिन भीलवाड़ा के शाहपुरा में तो फर्जी चिकित्सक ने जानवरों के तबेले में ही अस्पताल खोल लिया। इसकी सूचना शाहपुरा तहसीलदार को लगी और छापा मारा तो फर्जी डॉक्टर वहां से फरार हो गया।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 03:58 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 03:58 PM (IST)
शाहपुरा में फर्जी चिकित्सक ने जानवरों के तबेले में ही खोल लिया अस्पताल, तहसीलदार ने मारा छापा
फर्जी चिकित्सक ने जानवरों के तबेले में ही अस्पताल खोल लिया

उदयपुर, संवाद सूत्र। कोरोना महामारी के बीच फर्जी अस्पताल और चिकित्सकों के मामले सामने आ रहे हैं लेकिन भीलवाड़ा के शाहपुरा में तो फर्जी चिकित्सक ने जानवरों के तबेले में ही अस्पताल खोल लिया। इसकी सूचना शाहपुरा तहसीलदार को लगी तो हैरान रह गए और छापा मारा तो फर्जी डॉक्टर वहां से फरार हो गया। मौके पर दवाइयां, ग्लूकोज की बोतलें और इंजेक्शन बरामद हुए। इसके बाद शाहपुरा ब्लॉक के खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने फर्जी चिकित्सक एहसान खान के खिलाफ मामला दर्ज कराया। 

बताया गया कि शाहपुरा के समीप रहड पंचायत के भीमपुरा गांव में जानवरों के तबेले में अवैध क्लीनिक का संचालन किया जा रहा था। इसकी सूचना शाहपुरा के तहसीलदार इंद्रजीतसिंह को लगी तो उन्होंने वहां छापा मारा। मौके से भारी मात्रा में दवाइयां, ग्लूकोज की बोतलें और इंजेक्शन बरामद हुए। छापेमारी से पहली फर्जी चिकित्सक एहसान खान फरार हो गया। बताया गया कि वह पिछले छह महीने से ग्रामीणों का उपचार इसी तबेले में कर रहा था। तहसीलदार ने इसकी जानकारी उपखंड अधिकारी डॉ. शिल्पा सिंह को दी। जिसके बाद शाहपुरा के खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने शाहपुरा थाने में अस्पताल के फर्जी संचालन, लोगों की जान संकट में डालने तथा धोखाधड़ी के अलावा महामारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। 

उदयपुर में एसआरजी मल्टीस्पेशल हास्पिटल पर कार्रवाई 

जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनश खराड़ी ने यहां सरदारपुरा स्थित एसआजी मल्टीस्पेशल हॉस्पिटल के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कोरोना मरीजों के उपचार पर रोक लगा दी है। डॉ. खराड़ी ने बताया कि बिना फिजीशियन के ही यहां कोरोना संक्रमितों का उपचार जारी था। यहां तक तीन रोगी वेंटीलेटर पर थे, जबकि अन्य सात रोगी आॅक्सीजन पर थे। डॉ. खराड़ी की कार्रवाई के बाद इस अस्पताल में भर्ती कोरोना के रोगियों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किया गया। 

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