राजस्थान में दौसा जिले के चार पुलिस थानों की टीम ने किया फर्जी क्लेम लेने वाले गिरोह का खुलासा, 15 गिरफ्तार

पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि सड़क दुर्घटना की झूठी कहानी तैयार कर के पुलिस थानों में फर्जी रिपोर्ट दर्ज कराई जाती थी। इसके बाद गिरोह के सदस्य फर्जीवाड़ा कर के क्लेम लेते थे इसमें फर्जी तरीके से पुलिस का रिकॉर्ड तैयार किया जाता था ।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 10:15 PM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 10:15 PM (IST)
राजस्थान में दौसा जिले के चार पुलिस थानों की टीम ने किया फर्जी क्लेम लेने वाले गिरोह का खुलासा, 15 गिरफ्तार
Rajasthan Crime : गिरोह में शामिल चिकित्सक पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी फर्जी तरीके से तैयार करते थे ।

 जागरण संवाददाता, जयपुर : राजस्थान में दौसा जिले के चार पुलिस थानों की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी दुर्घटना व पोस्टमार्टम रिपोर्ट तैयार कर लाखों का क्लेम लेने वाले गिरोह का खुलासा किया है । इस गिरोह में चिकित्सक, वकील और पुलिसकर्मियों सहित कुल 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि सड़क दुर्घटना की झूठी कहानी तैयार कर के पुलिस थानों में फर्जी रिपोर्ट दर्ज कराई जाती थी। इसके बाद गिरोह के सदस्य फर्जीवाड़ा कर के क्लेम लेते थे । इसमें फर्जी तरीके से पुलिस का रिकॉर्ड तैयार किया जाता था । गिरोह में शामिल चिकित्सक पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी फर्जी तरीके से तैयार करते थे ।

दौसा के पुलिस अधीक्षक अनिल बेनीवाल ने बताया कि करीब तीन साल पहले बत्तीलाल मीणा ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके पिता राजकुमार मीणा एक अन्य व्यक्ति के साथ अलवर जा रहे थे। इस दौरान अज्ञात वाहन की टक्कर से राजकुमार और उनके साथ ही की मौत हो गई। अज्ञात वाहन से टक्कर बताते हुए पुलिस ने मामला बंद कर दिया । बाद में मामले में फिर से जांच की गई तो कुछ लोगों द्वारा फर्जीवाड़ा करने की बात सामने आई ।

पुलिस ने इस मामले में डॉ. सतीश खंडेलवाल, एडवोकेट चतुर्भुज मीणा, मनोहर मीणा, रमेशचंद्र जाटव, सोमनाथ, राजकमल सिसोदिया, ब्रहमानंनद, गोकुल मीणा, रामप्रसाद, गणपत लाल, अभिमन्यु, रामकिशन, लक्ष्मीनारायण और रमेश को गिरफ्तार किया गया है । बनीवाल ने बताया कि अधिक खुलासा मामले की पूरी जांच के बाद ही हो सकेगा ।

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