Rajasthan: अजमेर में हेड कांस्टेबल के बेटे ने बंदूक के बल पर युवती का किया अपहरण
Rajasthan सुनील चौधरी ने अपने दो साथियों के साथ किशनगढ़ की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में आया और बंदूक के बल पर एक 22 वर्षीय युवती को उठाकर ले गया। अपहरण से पहले सुनील और उसके साथियों ने युवती के बुजुर्ग पिता और माता को बुरी तरह से पीटा।
अजमेर, संवाद सूत्र। Rajasthan: राजस्थान में अजमेर के किशनगढ़ में हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में गत पांच मार्च को दिन दहाड़े युवती के अपहरण की घटना में ट्रैफिक पुलिस के हेड कांस्टेबल महावीर चौधरी की पीड़ा भी सामने आई है। महावीर का कसूर यही है कि वह आपराधिक प्रवृत्ति के बेटे सुनील चौधरी का पिता है। सुनील चौधरी ने पांच मार्च को अपने दो साथियों के साथ किशनगढ़ की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में आया और बंदूक के बल पर एक 22 वर्षीय युवती को उठाकर ले गया। अपहरण से पहले सुनील और उसके साथियों ने युवती के बुजुर्ग पिता और माता को बुरी तरह से पीटा। अपरान्ह ढाई बजे हुई इस घटना ने अजमेर पुलिस को हिला कर रख दिया, क्योंकि सुनील चौधरी ने अपने पिता के विभाग को ही सीधे चुनौती दी।
सुनील ने यह कृत्य तब किया, जब वह तीन बच्चों का पिता है। युवती का अपहरण करते समय सुनील ने अपनी पत्नी और तीन मासूम बच्चों का भी ख्याल नहीं रखा। डेढ़ वर्ष पहले भी सुनील ने इसी युवती के साथ समाज विरोधी कृत्य किया, तब सुनील के पिता हेड कांस्टेबल माहवीर चौधरी ने पुलिस स्टेशन पर लिखित में माफी मांगते हुए समझौता किया। तब सुनील ने भी वायदा किया था कि भविष्य में वह युवती से बातचीत का संबंध भी नहीं रखेगा। अब युवती की मां अपनी आपबीती सुना रही है। इस घटना पर जिला पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद शर्मा का सख्त रुख है। शर्मा ने बताया कि पुलिस टीम का गठन कर आरोपितों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। आरोपित जल्द गिरफ्त में होंगे। सुनील चौधरी और उसके दोनों साथियों को पकड़ने को लेकर कोई कोताही नहीं बरती जा रही है। पुलिस सभी एंगल से जांच-पड़ताल कर रही है। जहां तक हेड कांस्टेबल महावीर चौधरी का सवाल है तो पुलिस जांच में वह भी सहयोग कर रहा है।
बेटे की करतूत से पिता परेशान
बेटे सुनील चौधरी की करतूतों से पिता महावीर स्वयं परेशान हैं। बेटे की करतूतों का खामियाजा महावीर को अपने पुलिस महकमे में ही भुगतना नहीं पड़ रहा है, बल्कि सुनील के परिवार का भी बोझ उठाना पड़ रहा है। महावीर चौधरी को किन परिस्थितियों से गुजरना पड़ राह है, इसका ख्याल बेटे सुनील को नहीं है। महावीर चौधरी के दर्द से पुलिस के बड़े अधिकारी भी परिचित हैं, इसलिए महावीर अभी तक विभागीय कार्यवाही से बचे हुए हैं।