राजस्थान में पटाखों पर रोक पर दूसरी बार गहलोत का ट्वीट पटाखों पर रोक का धर्म से कोई सम्बन्ध नहीं

राजस्थान में पटाखों पर रोक पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दो दिन में दूसरी बार प्रतिक्रिया दी है। विशेषज्ञों की राय भी यही है कि कोरोना महामारी के समय में पटाखों से निकलने वाला विषैला धुंआ बेहद खतरनाक है। हम चाहते हैं सभी स्वस्थ रहें एवं पटाखे न चलाएं।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Thu, 12 Nov 2020 05:13 PM (IST) Updated:Thu, 12 Nov 2020 05:13 PM (IST)
राजस्थान में पटाखों पर रोक पर दूसरी बार गहलोत का ट्वीट पटाखों पर रोक का धर्म से कोई सम्बन्ध नहीं
अगले साल आप और हम सभी साथ मिलकर आतिशबाजी के साथ दीपोत्सव मनाएंगे।

जागरण संवाददाता, जयपुर : राजस्थान में पटाखों पर रोक पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दो दिन में दूसरी बार प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक बार फिर कहा कि हमारे कुछ साथियों ने पटाखों और आतिशबाजी पर रोक के निर्णय की आलोचना की परन्तु इसका धर्म से कोई सम्बन्ध नहीं है। विशेषज्ञों की राय भी यही है कि कोरोना महामारी के समय में पटाखों से निकलने वाला विषैला धुंआ बेहद खतरनाक है। 

लोगों के जीवन की रक्षा हमारे लिए सर्वोपरि

ट्वीट कर गहलोत ने लिखा कि अधिकांश लोगों ने हमारे निर्णय की प्रशंसा की है और हमारे बाद अन्य राज्यों ने भी पटाखों पर रोक लगाई है। लोगों के जीवन की रक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है। हम चाहते हैं सभी स्वस्थ रहें एवं हर्षोल्लास के साथ दीपावली का त्यौहार मनाएं इसके लिए जरूरी है कि पटाखे न चलाएं। 

लोगों की सेहत को देखते हुए लगाई है रोक 

आइये आतिशबाजी से बचने का संकल्प लें ताकि देशभर में एक सन्देश जाए। अगली दीपावली हम सब मिलकर आतिशबाजी के साथ मनाएंगे। इससे पहले बुधवार को गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा था कि पटाखों और आतिशबाजी पर रोक धर्म या त्योहार को देखते हुए नहीं बल्कि लोगों की सेहत को देखते हुए लगाई है। 

सभी आतिशबाजी के साथ दीपोत्सव मनाएंगे

मेरी आप सभी से अपील है कृपया अपनी और दूसरों की सेहत का ख्याल रखते हुए पटाखे न चलाएं, दीये जलाकर हर्षोल्लास से दीपावली का त्यौहार मनाएं। कोरोना के इस चुनौतीपूर्ण समय में प्रदेशवासियों के जीवन की रक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है और इसमें आप सभी का सहयोग चाहिए। कोरोना से लड़ाई जीतने के बाद अगले साल आप और हम सभी साथ मिलकर आतिशबाजी के साथ दीपोत्सव मनाएंगे।

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