गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा- चीन आज पीछे जाने को मजबूर हो गया, यह हमारी परिवर्तन और बदलती हुई ताकत है
केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री एवं सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत ने पीलवा में अमर शहीद मनोहर सिंह हिम्मतनगर पीलवा की आदम कद प्रतिमा का अनावरण किया। बड़ी संख्या में मौजूद ग्रामीणों की मौजूदगी में केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने शहीद की वीरांगना का आशीर्वाद प्राप्त करके और शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया।
जोधपुर, जागरण संवाददाता। जोधपुर संसदीय क्षेत्र के दो दिवसीय प्रवास के दौरान केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री एवं सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत ने पीलवा में अमर शहीद मनोहर सिंह हिम्मतनगर पीलवा की आदम कद प्रतिमा का अनावरण किया। बड़ी संख्या में मौजूद ग्रामीणों की मौजूदगी में केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने शहीद की वीरांगना का आशीर्वाद प्राप्त करके और शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया। सम्मान समारोह में सैनिक कल्याण बोर्ड राजस्थान के पूर्व अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजोर केन्द्रीय मंत्री शेखावत के साथ मौजूद रहे।
जोधपुर भाजपा संभाग मीडिया प्रमुख अचल सिंह मेड़तिया ने बताया कि मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने पीलवा गांव के अमर शहीद मनोहर सिंह जी की प्रतिमा का अनावरण कर उनके अनुपम बलिदान को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। भारत-पाकिस्तान के मध्य साल 1971 में हुए युद्ध में बहादुरी से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए शहीद मनोहर सिंह को उनके सैकड़ों ग्रामवासियों के सम्मुख यह सम्मान देना और उनके परिजनों को सम्मानित करना एक भावुक क्षण रहा।
कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि वीरप्रसूता राजस्थान की धरती वीर- वीरांगनाओं को जन्म देती आई है जो अपनी मिट्टी का मान बनाए रखने के लिए अपना और अपने प्रियजनों का बलिदान देने से कभी नहीं कतराए।यह देश मनोहर सिंह जी जैसे वीरपुरूषों और उनके परिजनों का ऋणी है जो देशसेवा के पथ पर अनन्य बलिदान देने से पीछे नहीं हटे। हमारे वीर सपूतों के कारण ही आज भारत समूचे विश्व में प्रतिष्ठित स्थान पर है। हमारे शास्त्रों में भी लिखा है जो कोई वीरगति को प्राप्त होता है, जिसने कालसापेक्ष में काम किया है। उसका इतिहास के पन्नों में नाम दर्ज होता है।
चीन ने कदम पीछे लिए
मंत्री शेखावत ने कहा कि आज हम शहीद मनोहर सिंह की मूर्ति के अनावरण के दिन बात कर रहे हैं। यहां सेना से जुड़े हुए बहुत सारे लोग हैं। यहां से थोड़ी दूर पर परमवीर चक्र सेनानी का घर है। 1962 में चीन ने हमारे ऊपर हमला किया था, उसके बाद 2020 में चीन ने हमारी सीमा पर गलवान घाटी में हमला किया। अब तक चीन हमेशा चार कदम आगे चलता था और तीन कदम पीछे हटता था। हमेशा एक कदम हमारी भूमि पर कब्जा करके रखता था, लेकिन आज मैं अभिनंदन करना चाहता हूं इस देश की सेनाओं का, देश की सीमा पर डटे हुए एक एक सैनिक का और उसके पीछे खड़ी हुई एक एक राजनीतिक ताकत का, हमारे राष्ट्रपति का, शहीद के मूर्ति के अनावरण के अवसर पर अभिनंदन करना चाहता हूं कि 58 साल के इतिहास में पहली बार चीन ने अपने कदम 100 फीसदी वापस खींचा है।
चीन की ताकत आज जब इतनी बड़ी है, आर्थिक महाशक्ति के रूप में आज अमेरिका भी चीन के सामने सीना चौड़ा करके खड़ा होने का साहस नहीं कर सकता। उस परिस्थिति में दुनिया के आधे से ज्यादा देश गलवान घाटी के मामले पर पूरी गंभीरता से देख रहे थे, दुनिया ने देखा कि भारत ने कैसे चीन को वापस जाने पर मजबूर किया। यह हमारी परिवर्तन और बदलती हुई ताकत है।
पिछले 100 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा अवसर आया है जब चीन ने पूरी तरह से वापस हुआ है। चीन केवल पीछे नहीं हटा बल्कि जो इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किए थे, उसे भी 100 फीसदी तोड़ा है। जिस घर में गांव में एक भी ऐसी मूर्ति लगी है, या जिस गांव का एक भी बच्चा सेना में नौकरी करता है, वह परिवार गलवान घाटी में चीन द्वारा वापसी की वीडियो देखकर गर्व से सीना चौड़ा जरूर करता होगा। हमारा देश बदल रहा है।
पूरी दुनिया महसूस कर रही है कि भारत बदल रहा है
केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि देश परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। गीता में लिखा है कि परिवर्तन नित निरंतर होता ही रहता है। अलग अलग तरीके से हर समय पर देवताओं ने ऋषियों, मुनियों ने अपने हिसाब से परिवर्तन की व्याख्या की है। लेकिन कुछ घटनाएं ऐसी आती हैं, जीवन में कुछ समय ऐसे आते हैं, जो एकदम से परिवर्तन लाते हैं। एक सफल परिवर्तन परिभाषाएं बदल देता है और एक असफल परिवर्तन अनेक पीढ़ियों को भोगना पड़ता है। साधु महात्मा कहते हैं कि अबकी बार जो चूक गया, वह दोबारा नहीं आएगा।
आज हम सब सौभाग्यशाली हैं कि हमारा देश परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। आज आप भी महसूस कर रहे हैं, हम भी महसूस कर रहे हैं, देख रहे हैं। पूरी दुनिया इस बात को महसूस कर रही है कि भारत बदल रहा है और इसमें हमारी क्या भूमिका हो सकती है, इस पर हमें विचार करना चाहिए।