Rajasthan Political Crisis: जी-23 से जूझ रहे कांग्रेस आलाकमान की मुसीबत बढ़ाएगा गहलोत खेमे का जी-19

Rajasthan Political Crisis जी-23 की तर्ज पर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के समर्थक विधायकों ने जी-19 बनाया है जो कांग्रेस आलाकमान के समक्ष चुनौती पैदा कर सकता है। अजय माकन ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को स्टार प्रचारक और ऐसेट बताया उससे गहलोत खेमे ने रणनीति बदली है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 10:55 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 10:55 PM (IST)
Rajasthan Political Crisis: जी-23 से जूझ रहे कांग्रेस आलाकमान की मुसीबत बढ़ाएगा गहलोत खेमे का जी-19
जी-23 से जूझ रहे कांग्रेस आलाकमान की मुसीबत बढ़ाएगा गहलोत खेमे का जी-19। फाइल फोटो

जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं के समूह जी-23 की तर्ज पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक विधायकों ने जी-19 बनाया है, जो कांग्रेस आलाकमान के समक्ष चुनौती पैदा कर सकता है। दरअसल, पार्टी के प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने जिस तरह पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को स्टार प्रचारक और ऐसेट बताया, उससे गहलोत खेमे ने अपनी रणनीति बदली है। ऐसे में जी-19 के जरिये पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर दबाव बनाएगा जाएगा। दरअसल, माकन के बयान के बाद गहलोत खेमे को लगने लगा है कि अगले कुछ दिनों में पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी या महासचिव प्रियंका गांधी पायलट समर्थकों को सरकार में भागीदारी देने के लिए कह सकते हैं। ऐसे में गहलोत खेमे ने सरकार को समर्थन कर रहे 13 निर्दलीय और बसपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले छह विधायकों को आगे करने की रणनीति बनाई है। इन सभी 19 विधायकों की 23 जून को जयपुर में बैठक होगी। इसमें ये विधायक मंत्रिमंडल और राजनीतिक नियुक्तियों में जगह मांगने को लेकर प्रस्ताव पारित करने जैसा निर्णय करने की योजना बना रहे हैं। ये सभी विधायक दिल्ली जाकर कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात भी कर सकते हैं।

रणनीति के तहत हो रहा इनका उपयोग

दरअसल, जिस तरह से पायलट खेमे के विधायक लगातार आलाकमान पर मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर दबाव बना रहे हैं, उसके हिसाब से गहलोत खेमा अपनी रणनीति बना रहा था। बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों ने इसी रणनीति के तहत पायलट खेमे को गद्दार करार दिया था। निर्दलीय संयम लोढ़ा मुख्यमंत्री के पक्ष में लॉबिंग करते रहे हैं। निर्दलीय विधायकों को गहलोत के पक्ष में एकजुट करने का काम भी वह ही कर रहे हैं। गहलोत खेमे का मानना है कि 13 निर्दलीय आलाकमान पर दबाव बनाने के लिए सबसे बड़े हथियार साबित हो सकते हैं। बसपा से आने वाले छह विधायकों को भी इनके साथ जोड़ा गया है ।

जी-19 में ये हैं शामिल

बसपा से कांग्रेस में शामिल होने वाले राजेंद्र गुढ़ा, जोगेंद्र सिंह अवाना, संदीप यादव, वाजिब अली, लाखन सिंह व दीपचंद और 13 निर्दलीयों में संयम लोढ़ा, महादेव सिंह खंडेला, बाबूलाल नागर, राजकुमार गौड़, कांतिलाल मीणा, लक्ष्मण मीणा, रामकेश मीणा, आलोक बेनीवाल, खुशबीर सिंह, सुरेश टांक, ओमप्रकाश हुडला, बलजीत यादव एवं रमिला खडि़या शामिल हैं।

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